मंडी: जिला मंडी के रहने वाले 75 फीसदी दिव्यांग सन्नी ठाकुर ने मंडी से लेह और फिर वापस मंडी लगभग 2546 से ज्यादा किलोमीटर की यात्रा कार ड्राइव करके रिकॉर्ड बनाया है. सन्नी ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड (India Book of Records) और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड (Asia Book of Records) में अपना नाम दर्ज कर मंडी जिला का नाम रोशन किया है. मंडी जिले के बल्ह के ख्यूरी गांव के रहने वाले सन्नी को वीरवार को मंडी जिला प्रशासन की ओर से इस उपलब्धि के लिए सम्मानित किया गया.
इस मौके पर एडीसी मंडी जतिन लाल ने सन्नी ठाकुर को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की. इस मौके पर जतिन लाल ने कहा कि सन्नी ठाकुर सभी के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत बने हैं जिनका अनुसरण कर बाकि स्पेशल लोगों को भी स्पोर्ट्स या किसी अन्य क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी. वहीं, प्रशासन ने सन्नी को हर प्रकार की सहायता प्रदान करने का भरोसा भी दिलाया.
इस मौके पर सन्नी ठाकुर ने उनका सहयोग करने वाले सभी लोगों का आभार जताया. सन्नी ने कहा कि इस रिकॉर्ड को बनाने का मुख्य लक्ष्य (Sunny Thakur made a world record by traveling 2546 km) हिमाचल प्रदेश में पैरा स्पोर्ट्स को बढ़ावा देना है. सन्नी ने बताया कि इसके बाद अब वे लेह से कन्याकुमारी तक की यात्रा पूरी कर एक और रिकॉर्ड बनाना चाहते हैं.
वहीं, इस मौके पर सन्नी ठाकुर के पिता सूरज सिंह ने बताया कि सन्नी का सपना आज पूरा हुआ है. जिससे परिवार के साथ मंडी जिला और प्रदेश का नाम रोशन हुआ है. उन्होंने कहा कि उन्हें सन्नी पर गर्व है कि उसने 75 फीसदी दिव्यांग होते हुए भी इतने कठिन रिकॉर्ड को बनाया है. सूरज सिंह ने उनका इस कार्य में सहयोग देने वाले सभी का आभार जताया.
इस हादसे में सन्नी हुए थे चोटिल: बता दें कि बल्ह के ख्यूरी के रहने वाले सन्नी खेलों का शौक था, इसी के चलते 25 अगस्त 2008 को वह बिलासपुर हॉस्टल में कबड्डी खेलते समय चोटिल हो (mandi divyang Sunny thakur ) गए. सन्नी को स्पाइनल कॉर्ड इंजरी हो गई जिसके कारण ऊपरी शरीर से नीचे का सारा भाग काम करना बंद कर गया. इसके बाद विभिन्न स्थानों पर अपने खर्चे पर इलाज करवाया. इसके साथ ही सन्नी ने हार न मानते हुए खुद का कारोबार भी शुरू किया है. सन्नी अपने माता-पिता के साथ रहता है जबकि उनकी दो बहनों की शादी हो चुकी है. सन्नी ने एक स्पेशल कार बनवाई जो हाथों से ही ऑपरेट होती है और आज सन्नी ठाकुर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने निकल पड़े हैं.