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भागासिद्ध खलाड़ा मंदिर प्रतिष्ठा में उमड़ा भक्तों का जनसैलाब, 15 देवी-देवताओं ने हाजिरी भरी

माता भागासिद्ध के नवनिर्मित खलाड़ा मंदिर प्रतिष्ठा कार्यक्रम में15 देवी-देवताओं ने सैकड़ों हारियानों के साथ हाजिरी भरी. माता भागासिद्ध के आदेशानुसार धार्मिक प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

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Published : May 13, 2019, 1:35 PM IST

Updated : May 13, 2019, 4:24 PM IST

खलाड़ा मंदिर प्रतिष्ठा में उमड़ा भक्तों का जनसैलाब,

कुल्लू: जिला कुल्लू के लगवैली में माता भागासिद्ध के नवनिर्मित खलाड़ा मंदिर प्रतिष्ठा कार्यक्रम में 15 देवी-देवताओं ने सैकड़ों हारियानों के साथ हाजिरी भरी. मंदिर में देव वाद्य यंत्रों की थाप पर कलश स्थापना की गई.

bhaga siddh temple
खलाड़ा मंदिर प्रतिष्ठा में उमड़ा भक्तों का जनसैलाब

मंदिर में माता भागासिद्ध और अन्य देवताओं के दर्शन को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. माता भागासिद्ध के आदेशानुसार धार्मिक प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. बताया जा रहा है कि मंदिर बनाने में करीब आठ वर्ष का समय लगा है. मंदिर प्रतिष्ठा के धार्मिक कार्यक्रम में दर्जन भर देवी-देवताओं की उपस्थिति में सुबह चार बजे कलश स्थापना और मंदोर स्थापना की गई.

bhaga siddh temple
भागासिद्ध खलाड़ा मंदिर

भागासिद्ध के गुर यशपाल ठाकुर ने कहा कि माता का मंदिर बनाने में करीब आठ साल का समय लगा. मंदिर के लिए तमाम लकड़ी देवता जमलु ऋषि महाराजा कोठी के जंगल से लाई गई. माता के प्रति लोगों का अटूट विश्वास है. यहां पर हर रविवार को लोगों की भीड़ उमड़ती है.

खलाड़ा मंदिर प्रतिष्ठा में उमड़ा भक्तों का जनसैलाब,

धार्मिक प्रतिष्ठा में कुल्लू के अलावा प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालुओं और भक्तों का सैलाब उमड़ा और विशाल भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया.

bhaga siddh temple
भागासिद्ध खलाड़ा मंदिर

कुल्लू: जिला कुल्लू के लगवैली में माता भागासिद्ध के नवनिर्मित खलाड़ा मंदिर प्रतिष्ठा कार्यक्रम में 15 देवी-देवताओं ने सैकड़ों हारियानों के साथ हाजिरी भरी. मंदिर में देव वाद्य यंत्रों की थाप पर कलश स्थापना की गई.

bhaga siddh temple
खलाड़ा मंदिर प्रतिष्ठा में उमड़ा भक्तों का जनसैलाब

मंदिर में माता भागासिद्ध और अन्य देवताओं के दर्शन को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. माता भागासिद्ध के आदेशानुसार धार्मिक प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. बताया जा रहा है कि मंदिर बनाने में करीब आठ वर्ष का समय लगा है. मंदिर प्रतिष्ठा के धार्मिक कार्यक्रम में दर्जन भर देवी-देवताओं की उपस्थिति में सुबह चार बजे कलश स्थापना और मंदोर स्थापना की गई.

bhaga siddh temple
भागासिद्ध खलाड़ा मंदिर

भागासिद्ध के गुर यशपाल ठाकुर ने कहा कि माता का मंदिर बनाने में करीब आठ साल का समय लगा. मंदिर के लिए तमाम लकड़ी देवता जमलु ऋषि महाराजा कोठी के जंगल से लाई गई. माता के प्रति लोगों का अटूट विश्वास है. यहां पर हर रविवार को लोगों की भीड़ उमड़ती है.

खलाड़ा मंदिर प्रतिष्ठा में उमड़ा भक्तों का जनसैलाब,

धार्मिक प्रतिष्ठा में कुल्लू के अलावा प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालुओं और भक्तों का सैलाब उमड़ा और विशाल भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया.

bhaga siddh temple
भागासिद्ध खलाड़ा मंदिर
माता भागासिद्ध के मंदिर में उमड़ा भक्तो का जनसैलाब
मंदिर प्रतिष्ठा के गवाह बने घाटी के 15 देवी देवता
विभिन्न क्षेत्रों से करीब 15 देवी देवताओं ने उपस्थिति दर्ज की।
तीन करोड़ से बना माता का मंदिर

जिला कुल्लू के लगवैली में माता भागासिद्ध के नवनिर्मित खलाड़ा मंदिर प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जिलाभर के 15 देवी-देवताओं ने सैकड़ों हारियानों के साथ हाजिरी भरी। मंदिर में देव वाद्ययंत्रों की थाप पर कलश स्थापना की गई। मंदिर में माता भागासिद्ध और अन्य देवताओं के दर्शन को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। माता भागासिद्ध के आदेशानुसार धार्मिक प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बताया जा रहा है कि मां का मंदिर बनाने में करीब आठ वर्ष का समय लगा है। मंदिर प्रतिष्ठा के धार्मिक कार्यक्रम में दर्जन भर देवी-देवताओं की उपस्थिति में सुबह चार बजे शुभारंभ कलश स्थापना और मंदोर स्थापना की गई। नक्काशी की बात करें तो मंडी जिले के तहत आने वाले थाची क्षेत्र के कारीगरों ने इनमें विभिन्न देवी-देवताओं और पौराणिक देवताओं के चित्र अंकित किए गए हैं। मंदिर की तमाम तस्वीरें अति सुंदर और खूबियों से किसी तरह से कम नहीं है। धार्मिक प्रतिष्ठा में कुल्लू के अलावा प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालुओं और भक्तों का सैलाब उमड़ा और विशाल भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।

भागासिद्ध के गुर यशपाल ठाकुर  ने कहा कि माता का मंदिर बनाने में करीब आठ साल का समय लगा। मंदिर के लिए तमाम लकड़ी देवता जमलु ऋषि महाराजा कोठी के जंगल से लाई गई। माता के प्रति लोगों का अटूट विश्वास है। यहां पर हर रविवार को लोगों की भीड़ उमड़ती है। लोग माता के दरबार में अपनी समस्या के समाधान लिए पहुंचते हैं।

Last Updated : May 13, 2019, 4:24 PM IST
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