लाहौल स्पीति: जिला लाहौल स्पीती के उदयपुर उपमंडल में बीते दिनों हुई भारी बारिश के चलते बंद मार्गों की बहाली में बीआरओ जुट गया है. वहीं, तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा (Technical Education Minister Dr. Ramlal Markanda) जिले के विभिन्न क्षेत्रों में हालात का जायजा लेने के लिए खुद अपनी जान को खतरे में डाल नदी नालों को पार करते हुए दिखाइ दे रहे हैं. बीआरओ के द्वारा जाहलमा नाले पर भी एक वैकल्पिक पुल तैयार किया गया है और उससे अब छोटे वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो गई है.
मार्ग बहाल होने से अब उदयपुर उपमंडल में फंसे वाहनों को निकालने में काफी आसानी होगी. तकनीकी शिक्षा मंत्री (Technical Education Minister) खुद लगातार ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. इस दौरान वे अपनी जान की परवाह न करते हुए उबड़ खाबड़ रास्तों से नदी नालों को पार कर रहे हैं. बीते दिन भी तकनीकी शिक्षा मंत्री ने मूरिंग पंचायत के अंतर्गत आने वाले दुर्गम नैनगार गांव स्थिति का जायजा लेने पहुंचे. उन्हें मूरिंग से नैनगार गांव तक जाने के लिए करीब 15 किलोमीटर पैदल सफर किया. क्षेत्र में स्थिति का जायजा लेने के बाद मंत्री ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को मूरिंग-नैनगार सड़क को दिन-रात एक कर बहाल करने के निर्देश दिए.
गौर रहे कि मूरिंग-नैनगार सड़क चौखंग, छोगरिंग, गवाहड़ी, नैनगार गांव को जोड़ती है. इस दौरान लोगों ने मंत्री मारकंडा के समाने समस्याएं भी रखी. उन्होंने जाहलमा नाले में बीआरओ की ओर से बनाई जा रही अस्थायी सड़क का निरीक्षण किया. तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा ने कहा कि किसानों की फसलों के नुकसान का आकलन करने के बारे में कृषि विभाग के अधिकारियों (Agriculture department officials) को निर्देश दे दिए गए हैं. सरकार सभी प्रभावितों के साथ खड़ी है और उनकी हर समस्या का समाधान किया जाएगा.
बता दें कि पिछले दिनों लाहौल घाटी में आई बाढ़ के चलते 221 से अधिक लोग उदयपुर उपमंडल (Udaipur Sub Division) में विभिन्न जगहों पर फंस गए थे. जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम ने मिलकर लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया.
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