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River Rafting Training: देश के एकमात्र राफ्टिंग सेंटर में युवा ले रहे हैं रिवर राफ्टिंग का प्रशिक्षण

देश के एकमात्र रिवर राफ्टिंग प्रशिक्षण संस्थान में इन दिनों विभिन्न राज्यों से आए युवा रिवर राफ्टिंग का प्रशिक्षण ले रहे हैं ताकि वह भी अपने-अपने राज्यों में जाकर नदियों में रिवर राफ्टिंग (Rafting Training In Beas River) करवा सकें. ऐसे में जिला कुल्लू के पीरडी में इन दिनों युवाओं को रिवर राफ्टिंग, बहते पानी में तैरते समय किस तरह से बचाव कार्य करना है, इसकी जानकारी दी जा रही है.

River Rafting Training
रिवर राफ्टिंग प्रशिक्षण संस्थान पिरडी
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Published : Jun 2, 2022, 5:19 PM IST

कुल्लू: जिला कुल्लू में जहां रिवर राफ्टिंग के (River rafting training) माध्यम से 10,000 से अधिक युवा अपनी आजीविका कमा रहे हैं तो वहीं, अब देश के विभिन्न राज्यों में भी रिवर राफ्टिंग के माध्यम से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की तैयारी हो रही है. देश के एकमात्र रिवर राफ्टिंग प्रशिक्षण संस्थान में इन दिनों विभिन्न राज्यों से आए युवा रिवर राफ्टिंग का प्रशिक्षण ले रहे हैं ताकि वह भी अपने-अपने राज्यों में जाकर नदियों में रिवर राफ्टिंग करवा सकें. ऐसे में जिला कुल्लू के पीरडी में इन दिनों युवाओं को रिवर राफ्टिंग, बहते पानी में तैरते समय किस तरह से बचाव कार्य करना है, इसकी जानकारी दी जा रही है.

कुल्लू में तेज बहती ब्यास नदी की जलधारा में (Rafting Training In Beas River) इन युवाओं का प्रशिक्षण बहुत ही जोखिम भरा व रोमांच पूर्ण है. अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली के निर्देशन से रिवर राफ्टिंग प्रशिक्षण संस्थान पिरडी में यह 14 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है. इस शिविर का उद्देश्य युवाओं को जहां रिवर राफ्टिंग का प्रशिक्षण देना है वहीं, इन्हें आपदा के समय कैसे रेस्क्यू करना है, इस बारे भी प्रशिक्षित किया जा रहा है. हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम द्वारा प्रायोजित 12 युवा रिवर राफ्टिंग के गुर सीख रहे हैं. जिनमें 4 महिला प्रतिभागी भी हैं, इसके अतिरिक्त पंजाब, आंध्र प्रदेश व उत्तराखंड के युवा भी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं.

वीडियो.

हिमाचल प्रदेश में साहसिक पर्यटन की अपार संभावनाए हैं और रिवर राफ्टिंग का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे ये युवा अपना राफ्टिंग का व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं. यह प्रशिक्षण युवाओं के लिए जहां भविष्य में रोजगार की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, वहीं उन्हें आपदा के समय रेस्क्यू के बारे भी सिखाता है. इस कोर्स की कीमत 14 हजार रूपए है लेकिन प्रदेश के बच्चों को हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के सौजन्य से बिलकुल मुफ्त में कराया जा रहा है.

वहीं, इस प्रशिक्षण शिविर में भाग ले रहे युवा भी बेहद उत्साहित हैं और उन्होंने हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम का प्रशिक्षण कराने के लिए सरकार का धन्यवाद किया है. प्रतिभागी हिना का कहना है कि इस प्रशिक्षण में उन्होंने बहुत कुछ सीखा है. उन्होंने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन व रिवर राफ्टिंग सीखी. उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली और रिवर राफ्टिंग प्रशिक्षण संस्थान पिरडी कुल्लू का आभार जताया.

रिवर राफ्टिंग प्रशिक्षण संस्थान पिरडी के प्रशिक्षक एवं इंचार्ज गमिंद्र ने बताया कि 14 दिवसीय अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली के निर्देशन से रिवर राफ्टिंग प्रशिक्षण संस्थान पिरडी में यह 14 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है. उन्होंने बताया कि इन युवाओं को रिवर राफ्टिंग, बहते पानी में तैराकी व राफ्टिंग के समय दुर्घटना हो जाने की स्थति में कैसे बचाव कार्य करना है, इस बारे प्रशिक्षण दिया जा रहा है. रिवर राफ्टिंग का प्रशिक्षण ले रही युवती सोनाली ठाकुर ने कहा कि यहां पर उन्हें राफ्टिंग व तैराकी के गुर सिखाए जा रहे हैं ताकि आगामी समय में अगर किसी भी प्रकार की आपदा की स्थिति बनती है तो वह उससे निपटने में सक्षम हो सकें.

गौर रहे कि रिवर राफ्टिंग का प्रशिक्षण लेने के लिए हिमाचल के दस, आंध्र प्रदेश और पंजाब के दो-दो और उत्तराखंड के एक युवा ने पंजीकरण करवाया है. इन 15 प्रतिभागियों में युवक और युवतियां शामिल हैं. कौशल विकास निगम के जिला समन्वयक सुनील कुमार ने कहा कि निगम एवं अटल बिहारी पर्वतारोहण संस्थान ने साहसिक जल क्रीड़ा के क्षेत्र में एमओयू साइन किया है. इसके तहत युवाओं को निशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसी समझौते के आधार पर पांच जून तक युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. वहीं, अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं खेल संस्थान मनाली के निदेशक अविनाश नेगी ने कहा कि साहसिक पर्यटन की गतिविधियों में प्रशिक्षण पाकर युवक-युवतियां स्वयं को सक्षम बना सकते हैं. साहसिक गतिविधियों में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं. ऐसे में देश व प्रदेश के युवा प्रशिक्षण पाकर स्वरोजगार अपना सकेंगे.

ये भी पढ़ें: Asim on India tour: त्रिपुरा से भारत भ्रमण पर निकला आसीम पहुंचा हिमाचल, दे रहा है पर्यावरण संरक्षण का संदेश

कुल्लू: जिला कुल्लू में जहां रिवर राफ्टिंग के (River rafting training) माध्यम से 10,000 से अधिक युवा अपनी आजीविका कमा रहे हैं तो वहीं, अब देश के विभिन्न राज्यों में भी रिवर राफ्टिंग के माध्यम से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की तैयारी हो रही है. देश के एकमात्र रिवर राफ्टिंग प्रशिक्षण संस्थान में इन दिनों विभिन्न राज्यों से आए युवा रिवर राफ्टिंग का प्रशिक्षण ले रहे हैं ताकि वह भी अपने-अपने राज्यों में जाकर नदियों में रिवर राफ्टिंग करवा सकें. ऐसे में जिला कुल्लू के पीरडी में इन दिनों युवाओं को रिवर राफ्टिंग, बहते पानी में तैरते समय किस तरह से बचाव कार्य करना है, इसकी जानकारी दी जा रही है.

कुल्लू में तेज बहती ब्यास नदी की जलधारा में (Rafting Training In Beas River) इन युवाओं का प्रशिक्षण बहुत ही जोखिम भरा व रोमांच पूर्ण है. अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली के निर्देशन से रिवर राफ्टिंग प्रशिक्षण संस्थान पिरडी में यह 14 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है. इस शिविर का उद्देश्य युवाओं को जहां रिवर राफ्टिंग का प्रशिक्षण देना है वहीं, इन्हें आपदा के समय कैसे रेस्क्यू करना है, इस बारे भी प्रशिक्षित किया जा रहा है. हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम द्वारा प्रायोजित 12 युवा रिवर राफ्टिंग के गुर सीख रहे हैं. जिनमें 4 महिला प्रतिभागी भी हैं, इसके अतिरिक्त पंजाब, आंध्र प्रदेश व उत्तराखंड के युवा भी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं.

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हिमाचल प्रदेश में साहसिक पर्यटन की अपार संभावनाए हैं और रिवर राफ्टिंग का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे ये युवा अपना राफ्टिंग का व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं. यह प्रशिक्षण युवाओं के लिए जहां भविष्य में रोजगार की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, वहीं उन्हें आपदा के समय रेस्क्यू के बारे भी सिखाता है. इस कोर्स की कीमत 14 हजार रूपए है लेकिन प्रदेश के बच्चों को हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के सौजन्य से बिलकुल मुफ्त में कराया जा रहा है.

वहीं, इस प्रशिक्षण शिविर में भाग ले रहे युवा भी बेहद उत्साहित हैं और उन्होंने हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम का प्रशिक्षण कराने के लिए सरकार का धन्यवाद किया है. प्रतिभागी हिना का कहना है कि इस प्रशिक्षण में उन्होंने बहुत कुछ सीखा है. उन्होंने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन व रिवर राफ्टिंग सीखी. उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली और रिवर राफ्टिंग प्रशिक्षण संस्थान पिरडी कुल्लू का आभार जताया.

रिवर राफ्टिंग प्रशिक्षण संस्थान पिरडी के प्रशिक्षक एवं इंचार्ज गमिंद्र ने बताया कि 14 दिवसीय अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली के निर्देशन से रिवर राफ्टिंग प्रशिक्षण संस्थान पिरडी में यह 14 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है. उन्होंने बताया कि इन युवाओं को रिवर राफ्टिंग, बहते पानी में तैराकी व राफ्टिंग के समय दुर्घटना हो जाने की स्थति में कैसे बचाव कार्य करना है, इस बारे प्रशिक्षण दिया जा रहा है. रिवर राफ्टिंग का प्रशिक्षण ले रही युवती सोनाली ठाकुर ने कहा कि यहां पर उन्हें राफ्टिंग व तैराकी के गुर सिखाए जा रहे हैं ताकि आगामी समय में अगर किसी भी प्रकार की आपदा की स्थिति बनती है तो वह उससे निपटने में सक्षम हो सकें.

गौर रहे कि रिवर राफ्टिंग का प्रशिक्षण लेने के लिए हिमाचल के दस, आंध्र प्रदेश और पंजाब के दो-दो और उत्तराखंड के एक युवा ने पंजीकरण करवाया है. इन 15 प्रतिभागियों में युवक और युवतियां शामिल हैं. कौशल विकास निगम के जिला समन्वयक सुनील कुमार ने कहा कि निगम एवं अटल बिहारी पर्वतारोहण संस्थान ने साहसिक जल क्रीड़ा के क्षेत्र में एमओयू साइन किया है. इसके तहत युवाओं को निशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसी समझौते के आधार पर पांच जून तक युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. वहीं, अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं खेल संस्थान मनाली के निदेशक अविनाश नेगी ने कहा कि साहसिक पर्यटन की गतिविधियों में प्रशिक्षण पाकर युवक-युवतियां स्वयं को सक्षम बना सकते हैं. साहसिक गतिविधियों में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं. ऐसे में देश व प्रदेश के युवा प्रशिक्षण पाकर स्वरोजगार अपना सकेंगे.

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