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अनुबंध नीति को लेकर कुल्लू में पीस मील वर्करों की हड़ताल जारी, बढ़ी परेशानी

अनुबंध नीति (contract policy) को लेकर हिमाचल प्रदेश में पीस मील वर्करों की हड़ताल (Piece Meal workers strike in kullu) लगातार जारी है. पीस मील वर्करों की हड़ताल का खामियाजा अब निगम प्रबंधन को भी भुगतना पड़ रहा है. रोजाना बसों की मरम्मत में भी अब परेशानियां सामने आने लगी है, तो कई बसें बीच रूट में ही खराब हो रही है.

Piece Meal workers strike
पीस मील वर्करों की हड़ताल
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Published : Dec 9, 2021, 2:35 PM IST

कुल्लू: पीस मील वर्करों के टूल डाउन स्ट्राइक (Piece Meal workers strike in kullu) पर जाने से परिवहन निगम की मुश्किलें बढ़ गई हैं. यहां वर्कशॉप में (kullu hrtc workers on strike) सेवाएं दे रहे वर्कर अब अनिश्चितकालीन टूल डाउन स्ट्राइक पर हैं. जिला कुल्लू के मुख्यालय के साथ लगते बाशिंग में भी एचआरटीसी की वर्कशॉप (hrtc workshop kullu) में पीस मील वर्कर अनुबंध नीति को लेकर 11 दिन से लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. पीस मील वर्करों की टूल डाउन स्ट्राइक (tool down strike) के चलते यहां बसों की मरम्मत नहीं हो पा रही है. निगम प्रबन्धन के पास बहुत कम ही मैकेनिक हैं, जो दिन में तीन या चार बसों की मरम्मत कर पा रहे हैं. जबकि यहां पर रोजाना 15 से 20 बसें मरम्मत के लिए आ रही है.

ऐसे में हालात यह है कि जो बस खराब हो रही है, उस बस के चालक व परिचालक को खुद ही उसकी मरम्मत का काम करना पड़ रहा है. जिससे उन्हें भी खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही है. बीती शाम के समय भी रेला रूट (bus damaged on raila route kullu) पर निगम की बस खराब हो गई. जिसे वीरवार को क्रेन के माध्यम से बाशिंग पहुंचाया गया. वहीं, पीस मील कर्मचारियों ने भी अब यह तय किया है कि जब तक उन्हें लिखित रूप से नहीं दिया जाता है, तब तक वह अपनी टूल डाउन स्ट्राइक जारी रखेंगे.

वीडियो

पीस मील कर्मचारी धीरज सिंह (peace meal employee dheeraj singh) का कहना है कि बीते दिनों मुख्यमंत्री ने भी निगम प्रबंधन को आदेश दिए थे कि वह पीस मील वर्करों के लिए नीति तैयार करें, लेकिन निगम प्रबंधन भी मुख्यमंत्री के आदेश की पालना नहीं कर रहा है. जिससे प्रदेश के सैकड़ों पीस मील कर्मचारी निराश हैं.

धीरज का कहना है कि पहले पीस मील कर्मचारी खराब बसों की मरम्मत के लिए किसी भी समय निकल जाते थे, लेकिन अब पीस मील कर्मचारियों के टूल डाउन स्ट्राइक के चलते बसें रास्ते में ही खड़ी हो रही है और सवारियों को भी पैदल अपने-अपने गंतव्य की ओर रवाना होना पड़ रहा है.

ये भी पढ़ें: पीस मील वर्करों की हड़ताल, मंडी के करसोग डिपो में तीन मैकेनिकों के सहारे 54 बसें

कुल्लू: पीस मील वर्करों के टूल डाउन स्ट्राइक (Piece Meal workers strike in kullu) पर जाने से परिवहन निगम की मुश्किलें बढ़ गई हैं. यहां वर्कशॉप में (kullu hrtc workers on strike) सेवाएं दे रहे वर्कर अब अनिश्चितकालीन टूल डाउन स्ट्राइक पर हैं. जिला कुल्लू के मुख्यालय के साथ लगते बाशिंग में भी एचआरटीसी की वर्कशॉप (hrtc workshop kullu) में पीस मील वर्कर अनुबंध नीति को लेकर 11 दिन से लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. पीस मील वर्करों की टूल डाउन स्ट्राइक (tool down strike) के चलते यहां बसों की मरम्मत नहीं हो पा रही है. निगम प्रबन्धन के पास बहुत कम ही मैकेनिक हैं, जो दिन में तीन या चार बसों की मरम्मत कर पा रहे हैं. जबकि यहां पर रोजाना 15 से 20 बसें मरम्मत के लिए आ रही है.

ऐसे में हालात यह है कि जो बस खराब हो रही है, उस बस के चालक व परिचालक को खुद ही उसकी मरम्मत का काम करना पड़ रहा है. जिससे उन्हें भी खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही है. बीती शाम के समय भी रेला रूट (bus damaged on raila route kullu) पर निगम की बस खराब हो गई. जिसे वीरवार को क्रेन के माध्यम से बाशिंग पहुंचाया गया. वहीं, पीस मील कर्मचारियों ने भी अब यह तय किया है कि जब तक उन्हें लिखित रूप से नहीं दिया जाता है, तब तक वह अपनी टूल डाउन स्ट्राइक जारी रखेंगे.

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पीस मील कर्मचारी धीरज सिंह (peace meal employee dheeraj singh) का कहना है कि बीते दिनों मुख्यमंत्री ने भी निगम प्रबंधन को आदेश दिए थे कि वह पीस मील वर्करों के लिए नीति तैयार करें, लेकिन निगम प्रबंधन भी मुख्यमंत्री के आदेश की पालना नहीं कर रहा है. जिससे प्रदेश के सैकड़ों पीस मील कर्मचारी निराश हैं.

धीरज का कहना है कि पहले पीस मील कर्मचारी खराब बसों की मरम्मत के लिए किसी भी समय निकल जाते थे, लेकिन अब पीस मील कर्मचारियों के टूल डाउन स्ट्राइक के चलते बसें रास्ते में ही खड़ी हो रही है और सवारियों को भी पैदल अपने-अपने गंतव्य की ओर रवाना होना पड़ रहा है.

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