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बंजार में आसान नहीं पूर्व मंत्री खीमी राम की राह, कांग्रेस कार्यकर्ता ही कर रहे पूर्व मंत्री का विरोध

कुल्लू के बंजार विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां पर कांग्रेस पार्टी के सशक्त उम्मीदवार के रूप में पूर्व मंत्री खीमी राम को देखा जा रहा है, लेकिन अगर उन्हें कांग्रेस का टिकट भी मिलता है तो इससे भी पूर्व मंत्री खीमी राह की मैदान की राह आसान नहीं होगी. वजह जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर...

Khimi Ram in banjar politics
पूर्व मंत्री खीमी राम.
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Published : Oct 17, 2022, 4:20 PM IST

कुल्लू: जिला कुल्लू में भी विधानसभा चुनावों को लेकर अब राजनीतिक दलों में सरगर्मियां बढ़ गई हैं. वहीं, भाजपा व कांग्रेस हाईकमान भी अपने-अपने प्रत्याशियों के चयन में जुट गए हैं. ऐसे में जिला कुल्लू के बंजार विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां पर कांग्रेस पार्टी के सशक्त उम्मीदवार के रूप में पूर्व मंत्री खीमी राम को देखा जा रहा है, लेकिन अगर उन्हें कांग्रेस का टिकट भी मिलता है तो इससे भी पूर्व मंत्री खीमी राह की मैदान की राह आसान नहीं होगी.

खीमी राम को टिकट मिलने की स्थिति में कांग्रेस पार्टी में गतिरोध बढ़ सकता है. क्योंकि बीते दिनों बंजार के लारजी में भी बूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की गई थी और बैठक में पूर्व में प्रत्याशी रहे एवं प्रदेश कांग्रेस सचिव आदित्य विक्रम सिंह को बंजार से टिकट देने की मांग रखी गई थी. इतना ही नहीं इस बैठक में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने साफ किया कि अगर पूर्व प्रत्याशी आदित्य विक्रम सिंह को विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया जाता है तो कांग्रेस कार्यकर्ता बूथ स्तर पर हजारों की तादात में अपना इस्तीफा हाईकमान को सौंपेंगे.

कार्यकर्ताओं के इस ऐलान के बाद खीमी राम शर्मा की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं और कांग्रेस के एक धड़े को मनाना भी उनके लिए एक बड़ी चुनौती होगा. हालांकि बंजार कांग्रेस का एक धड़ा पूर्व मंत्री खीमी राम शर्मा के साथ लगातार मुलाकात कर रहा है और चुनावों को लेकर भी रणनीति तैयार की जा रही है. ऐसे में अब देखना यह होगा कि कांग्रेस हाईकमान बंजार विधानसभा क्षेत्र से किसे प्रत्याशी के रूप में उतारता है. वही कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच किस तरह से समन्वय स्थापित किया जाएगा इस पर भी कांग्रेस हाईकमान के बीच चर्चा चल रही है.

गौर रहे कि पूर्व मंत्री खीमी राम शर्मा भाजपा के दो बार प्रदेशाध्यक्ष दे रहे हैं और हाल ही में उन्होंने भाजपा को अलविदा कर कांग्रेस का दामन थामा है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी में शामिल होते ही उन्हें विधानसभा चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में देखा जा रहा है. वहीं पूर्व प्रत्याशी रहे आदित्य विक्रम सिंह व उनके कार्यकर्ता भी इस बात का विरोध कर रहे हैं कि पैराशूटिंग नेता को इस विधानसभा चुनाव में ना उतारा जाए. क्योंकि बीते 5 सालों में पूर्व प्रत्याशी आदित्य विक्रम सिंह ने कांग्रेस को मजबूत करने की दिशा में काम किया है और अब की बार फिर से उन्हें विधानसभा चुनावों में मौका दिया जाना चाहिए. पूर्व प्रत्याशी आदित्य विक्रम सिंह कांग्रेस के टिकट पर बंजार विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं. लेकिन भाजपा के वर्तमान विधायक सुरेंद्र शौरी के साथ हुए मुकाबले में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.

वहीं, पूर्व मंत्री खीमी राम शर्मा का कहना है कि वे प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को लाने की दिशा में काम कर रहे हैं और कांग्रेस को मजबूत करने की दिशा में भी लगातार काम किया जा रहा है. ऐसे में विधानसभा चुनावों में भी कांग्रेस को सत्ता में लाना ही उनका मुख्य उद्देश्य है.

ये भी पढ़ें- हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए आज से नामांकन का दौर शुरू, 25 अक्टूबर तक कर सकेंगे आवेदन

कुल्लू: जिला कुल्लू में भी विधानसभा चुनावों को लेकर अब राजनीतिक दलों में सरगर्मियां बढ़ गई हैं. वहीं, भाजपा व कांग्रेस हाईकमान भी अपने-अपने प्रत्याशियों के चयन में जुट गए हैं. ऐसे में जिला कुल्लू के बंजार विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां पर कांग्रेस पार्टी के सशक्त उम्मीदवार के रूप में पूर्व मंत्री खीमी राम को देखा जा रहा है, लेकिन अगर उन्हें कांग्रेस का टिकट भी मिलता है तो इससे भी पूर्व मंत्री खीमी राह की मैदान की राह आसान नहीं होगी.

खीमी राम को टिकट मिलने की स्थिति में कांग्रेस पार्टी में गतिरोध बढ़ सकता है. क्योंकि बीते दिनों बंजार के लारजी में भी बूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की गई थी और बैठक में पूर्व में प्रत्याशी रहे एवं प्रदेश कांग्रेस सचिव आदित्य विक्रम सिंह को बंजार से टिकट देने की मांग रखी गई थी. इतना ही नहीं इस बैठक में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने साफ किया कि अगर पूर्व प्रत्याशी आदित्य विक्रम सिंह को विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया जाता है तो कांग्रेस कार्यकर्ता बूथ स्तर पर हजारों की तादात में अपना इस्तीफा हाईकमान को सौंपेंगे.

कार्यकर्ताओं के इस ऐलान के बाद खीमी राम शर्मा की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं और कांग्रेस के एक धड़े को मनाना भी उनके लिए एक बड़ी चुनौती होगा. हालांकि बंजार कांग्रेस का एक धड़ा पूर्व मंत्री खीमी राम शर्मा के साथ लगातार मुलाकात कर रहा है और चुनावों को लेकर भी रणनीति तैयार की जा रही है. ऐसे में अब देखना यह होगा कि कांग्रेस हाईकमान बंजार विधानसभा क्षेत्र से किसे प्रत्याशी के रूप में उतारता है. वही कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच किस तरह से समन्वय स्थापित किया जाएगा इस पर भी कांग्रेस हाईकमान के बीच चर्चा चल रही है.

गौर रहे कि पूर्व मंत्री खीमी राम शर्मा भाजपा के दो बार प्रदेशाध्यक्ष दे रहे हैं और हाल ही में उन्होंने भाजपा को अलविदा कर कांग्रेस का दामन थामा है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी में शामिल होते ही उन्हें विधानसभा चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में देखा जा रहा है. वहीं पूर्व प्रत्याशी रहे आदित्य विक्रम सिंह व उनके कार्यकर्ता भी इस बात का विरोध कर रहे हैं कि पैराशूटिंग नेता को इस विधानसभा चुनाव में ना उतारा जाए. क्योंकि बीते 5 सालों में पूर्व प्रत्याशी आदित्य विक्रम सिंह ने कांग्रेस को मजबूत करने की दिशा में काम किया है और अब की बार फिर से उन्हें विधानसभा चुनावों में मौका दिया जाना चाहिए. पूर्व प्रत्याशी आदित्य विक्रम सिंह कांग्रेस के टिकट पर बंजार विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं. लेकिन भाजपा के वर्तमान विधायक सुरेंद्र शौरी के साथ हुए मुकाबले में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.

वहीं, पूर्व मंत्री खीमी राम शर्मा का कहना है कि वे प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को लाने की दिशा में काम कर रहे हैं और कांग्रेस को मजबूत करने की दिशा में भी लगातार काम किया जा रहा है. ऐसे में विधानसभा चुनावों में भी कांग्रेस को सत्ता में लाना ही उनका मुख्य उद्देश्य है.

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