कुल्लूः जिला में उद्योग विभाग विभिन्न योजनाओं के माध्यम से औद्योगिकीकरण को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहा है. कुल्लू में खाद्य प्रसंस्करण से संबंधित उद्योगों की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं. ऐसे उद्योगों को विभाग की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है.
जिला उद्योग केंद्र की महाप्रबंधक छिमे आंगमों ने बताया कि कुल्लू जिला में इस समय लगभग 73 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश वाली 2026 लघु एवं अति लघु औद्योगिक इकाइयां संचालित की जा रही हैं, जिनमें 12 हजार से अधिक लोगों को सीधा रोजगार मिला है.
महाप्रबंधक ने बताया कि 16 करोड़ के पूंजी निवेश से दो मध्यम उद्योगों में भी उत्पादन शुरू हो चुका है. इनमें लगभग डेढ़ सौ लोगों को सीधा रोजगार मिला है. प्रदेश सरकार के डेढ़ वर्ष के कार्यकाल के दौरान कुल्लू में 80 लघु एवं अति लघु इकाइयों का स्थायी पंजीकरण किया गया है. साढ़े 6 करोड़ के निवेश के उद्योगों में 650 लोगों को रोजगार मिला है.
छिमे आंगमों ने बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत जिला में डेढ़ वर्ष के दौरान 70 युवाओं को लगभग एक करोड़ 60 लाख रुपये का अनुदान दिया गया है. उन्होंने बताया कि युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना शुरू की है.
केंद्र की महाप्रबंधक ने बताया कि कुल्लू के हथकरघा उद्योग ने अपनी अलग पहचान बनाई है. उद्योग विभाग इस क्षेत्र को भी गति प्रदान कर रहा है. विभाग ने बुनकर बीमा योजना के तहत जिला के 1752 बुनकरों का बीमा करवाया है. इस वर्ष 50 बुनकरों को मुद्रा ऋण प्रदान करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
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