लाहौल स्पीति/कुल्लू: बर्फबारी के बाद सैलानियों (Snowfall in lahaul spiti) की पहली पसंद बनी लाहौल घाटी के प्रवेश द्वार सिस्सू में जहां इन दिनों सैलानियों का सैलाब उमड़ा हुआ है. वहीं, लाहौल स्पीति प्रशासन द्वारा पर्यटकों को सिस्सू से आगे जाने की अनुमति न देने को लेकर कांग्रेस ने प्रशासन की कार्यप्रणाली (Gateway to Lahaul Valley Sissu) पर सवाल खड़े किए हैं.
इस संदर्भ में लाहौल स्पीति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर ने कहा कि आए (Ravi Thakur former MLA Lahaul Spiti) दिन प्रशासन लाहौल घाटी में सैलानियों की आवाजाही को लेकर तुगलकी (Ravi Thakur accuses Lahaul administration) फरमान जारी कर रहा है. जिससे सैलानियों के साथ-साथ स्थानीय पर्यटन कारोबारी भी खासे परेशान हैं. उन्होंने कहा कि (lahaul spiti closed for tourist) कभी प्रशासन सैलानियों के लिए लाहौल घाटी में घूमने का समय सुबह 10 से दोपहर 1 बजे तक कर रहा है, तो कभी सिस्सू से आगे जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है.
रवि ठाकुर ने कहा कि सैलानियों के लिए जो समय सारणी प्रशासन ने लाहौल घाटी में घूमने के लिए तय की है, वह सरासर मजाक है. उन्होंने कहा कि सिस्सू हैलीपैड के (Sissu Helipad Lahaul) समीप प्रशासन द्वारा पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है, जो सैलानियों को सिस्सू पहुंचने के बाद हेलीपैड की तरफ डाइवर्ट कर रहे हैं. जबकि सैलानी लाहौल घाटी में मौजूद विभिन्न पर्यटन (Tourist places in lahaul) स्थलों पर घूमना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि उदाहरण के तौर पर लाहौल आने वाला पर्यटक अगर राजा घेपन के दरबार यानी मंदिर में जाना चाहें, तो उन्हे सिस्सू में ही रोक दिया जा रहा है, जो सरासर गलत है. रवि ठाकुर ने कहा कि घाटी में सैलानियों की आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस समर्थित जिला परिषद के सदस्यों ने प्रशासन से इस समस्या का समाधान (Weather in Himachal Pradesh) करने का आग्रह किया था, लेकिन प्रशासन ने उनके आग्रह को भी अमलीजामा नहीं पहनाया. रवि ठाकुर ने दो टूक शब्दों में कहा है कि लाहौल स्पीति प्रशासन अगर सैलानियों की आवाजाही को लेकर नया रोडमैप तैयार नहीं करता है, तो कांग्रेस को मजबूरन सड़कों पर उतर हल्ला बोलना पड़ेगा. जिसका जिम्मेदार प्रशासन होगा.
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