कुल्लू: भाजपा हमेशा से ही सेना के नाम पर राजनीति करती आई है, जबकि यह बिल्कुल भी सही नहीं है. सेना किसी भी दल की नहीं होती है और सैनिक हमेशा राष्ट्र के लिए समर्पित रहता है. उक्त बातें मंगलवार को कुल्लू पहुंचे ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सह सचिव प्रवीण डाबर ने पूर्व सैनिकों की बैठक को संबोधित करते हुए कही.
उन्होंने कहा कि साल 1971 में हुए बांग्लादेश लिबरेशन वार की 50वीं सालगिरह राष्ट्रीय स्तर पर मनाई जाएगी और पूर्व सैनिकों का घर-घर जाकर सम्मान किया जाएगा. वहीं, उन्होंने मंडी लोकसभा चुनावों पर कहा कि कांग्रेस ने भी अपने समय में कई युद्धों पर जीत हासिल की है, लेकिन उन्होंने कभी भी लड़ाई के मुद्दे को लेकर चुनाव नहीं लड़ा. आज देश की जनता सब जानती है और सेना का सम्मान हर पार्टी के लोग करते हैं. इसके बावजूद बीजेपी जिस तरह कारगिल युद्ध को चुनावों में भुना रही है, यह बिल्कुल भी सही नहीं है.
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सह सचिव प्रवीण डाबर ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार वन रैंक वन पेंशन देने का बात करती है, लेकिन आज तक वह इसे लागू नहीं कर पाई है. पूर्व में कांग्रेस की सरकार ने इस प्रस्ताव को पास किया था और इसके लिए 500 करोड़ रुपए के बजट का भी प्रावधान किया था. उसके बाद कांग्रेस की सरकार सत्ता में नहीं रही और काफी समय तक बीजेपी सरकार इस मुद्दे को टालती रही, लेकिन अभी भी वन रैंक वन पेंशन के नाम पर पूर्व सैनिकों के साथ मजाक किया जा रहा है.
वहीं, हिमाचल प्रदेश पूर्व सैनिक निगम के पूर्व सीएमडी कर्नल बीसी लगवाल ने कहा कि उन्होंने अपने समय में कई भूतपूर्व सैनिकों को रोजगार दिलवाया और आय के साधनों को भी मजबूत किया है. बीजेपी प्रत्याशी खुशाल ठाकुर इस बात को स्पष्ट करें कि उन्होंने अपने कार्यकाल में कितने भूतपूर्व सैनिकों को रोजगार दिया है.
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