कुल्लू : हिमाचल प्रदेश में आने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर आम आदमी पार्टी शिक्षा व्यवस्था को बड़ा मुद्दा बना (Aam Aadmi Party on Jairam government)रही है. आम आदमी पार्टी के नेता प्रदेश के बदहाल स्कूलों की स्थिति को लेकर सरकार पर निशाना साध रहे.वहीं, बीते दिनों दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी प्रदेश सरकार पर शिक्षा व्यवस्था को लेकर बहस करने की भी बात कही थी, लेकिन उसके बाद से लेकर अभी तक प्रदेश सरकार व शिक्षा मंत्री की तरफ से कोई भी जवाब नहीं आया.
जयराम टाल गए आरोपों को: हालांकि ,आम आदमी पार्टी ने बीजेपी सरकार से मांग की थी कि अगर प्रदेश में बेहतर शिक्षा व्यवस्था का दावा सरकार करती है तो उन्हें इस बात को जनता के समाने बताना चाहिए. वहीं ,अब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी शिक्षा व्यवस्था पर आम आदमी पार्टी को जवाब देते हुए कहा कि जो प्रदेश में नहीं ,उन्हें इस बात का क्या जवाब देना. यह जवाब देकर मुख्यमंत्री भी आम आदमी पार्टी के आरोपों को टाल गए.
मंत्री कर रहे बचाव: हालांकि ,प्रदेश सरकार के विभिन्न मंत्री भी विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से हिमाचल प्रदेश में बेहतरीन शिक्षा व्यवस्था की तारीफ कर रहे और पूरे देश में हिमाचल प्रदेश के शिक्षा व्यवस्था का मॉडल पेश करने की बात कह रहे हैं. जिस तरह से आम आदमी पार्टी अपनी सोशल मीडिया के माध्यम से बदहाल स्कूलों की स्थिति व शिक्षकों की कमी को लेकर हमलावर है उससे लगता है कि अभी भी हिमाचल प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था पर काम करने की आवश्यकता है. बीते दिनों आम आदमी पार्टी के नेता गौरव शर्मा ने भी विभिन्न स्कूलों का निरीक्षण किया था और सोशल मीडिया के माध्यम से स्कूलों की बदहाल स्थिति भी आम जनता के समक्ष रखी थी.