कुल्लू: मलाणा कुल्लू जिले का ऐतिहासिक गांव है, जहां आज भी लोगों का देवता जमलू के आदेश पर अपना संविधान, कायदे कानून व तौर-तरीकों का पालन किया जाता है. आज जब कोरोना की दूसरी लहर गांव-गांव में तेजी के साथ पांव पसार रही है, ऐसे में मलाणा गांव एक बार फिर दूसरों से हटकर होने का प्रमाण दिया है. अबतक गांव में कोरोना का एक भी मामला नहीं आया है.
स्वास्थ्य विभाग कुल्लू के द्वारा मलाणा गांव में लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज भी दी गई. जिसमें पंचायत के 45 साल आयु वर्ग से अधिक के लोगों ने भाग लिया. वहीं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के बारे में भी जानकारी दी गई. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सुशील चन्द्र ने बताया कि जब उन्होंने इस बारे गांव के प्रधान व लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि वह गांव से बाहर नहीं आते जाते हैं और न ही गांव में किसी सैलानी या अन्य लोगों का प्रवेश करवाते. यही कारण है कि अभी तक कोरोना महामारी से गांव पूरी तरह से सुरक्षित है.
37 लोगों ने ली वैक्सीन की पहली डोज
डॉ. सुशील चंद्र ने कहा कि चिकित्सा ब्लाक जरी के चिकित्सकों और स्टाफ का एक दल शनिवार को कोरोना वैक्सीनेशन के लिए मलाणा गांव पहुंचा. विशेष शिविर में गांव के 45 आयुवर्ग से अधिक के कुल 73 लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज प्रदान करने का लक्ष्य था. लेकिन शनिवार को 37 लोगों ने कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ली.
बाहरी इलाकों में ग्रामीणों की अनावश्यक आवाजाही पर रोक
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि वैक्सीन की डोज सबसे मलाणा ग्राम पंचायत के प्रधान राजु राम को दी गई. राजु राम से जब वैक्सीन के बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि वह जानते हैं कि कोरोना महामारी जानलेवा है. सभी लोगों को इससे बचना है. उन्होंने अपने गांव को अभी तक बचा कर रखा है. गांव के लोगों को अनावश्यक बाहरी क्षेत्रों में नहीं जाने दिया जाता और न ही किसी बाहरी व्यक्ति को गांव में प्रवेश की इजाजत दी जाती है. प्रधान ने चिकित्सा दल का स्वागत किया और वैक्सीन के लिए आभार व्यक्त किया.
वैक्सीनेशन के बाद आ सकता है हल्का बुखार
इससे पूर्व, मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मलाणा गांव के लोगों को वैक्सीन के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को वैक्सीन की डोज के कुछ घंटे बाद बुखार आ सकता है. इसके लिए डरने की आवश्यकता नहीं है. केवल पैरासिटामोल या डोलो 650 का इस्तेमाल करना है. उन्होंने लोगों को दूसरी डोज के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगवाने के बाद यदि कोरोना हो भी जाता है तो व्यक्ति की जान को खतरा नहीं है.
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