कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों हुई बर्फबारी के बाद सैलानियों का पर्यटन स्थलों पर आना जारी है. वहीं, जिला कुल्लू के मनाली में भी सैलानी बर्फ देखने की चाहत लेकर आ रहे हैं. सैलानी मनाली से सोलंग नाला, अटल टनल होते हुए लाहौल के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सीसू भी पहुंच रहे हैं. ऐसे में सीसू में भी रोजाना बर्फ देखने के लिए सैलानी आ रहे हैं. लेकिन 15 जनवरी के बाद सैलानियों को सीसू में बर्फ के दीदार नहीं हो पाएंगे. सैलानियों के लिए 15 जनवरी से लेकर 28 फरवरी तक सीसू के पर्यटन स्थल को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा. जिसके चलते सैलानियों को अटल टनल होते हुए बर्फ देखने के लिए कोकसर का रुख करना होगा.
15 जनवरी से 28 फरवरी तक बंद रहेगी पर्यटन गतिविधि
जिला लाहौल स्पीति का सीसू पर्यटकों के लिए काफी मशहूर है. क्योंकि यहां पर सैलानियों को कई पर्यटन गतिविधियां का आनंद मिलता है. इसके साथ ही यहां पर सीसू झील में भी सैलानी अठखेलियां करते हैं. हालांकि, इन दिनों माइनस तापमान के चलते झील जम गई है और यहां झील में कोई भी गतिविधि नहीं की जा रही है. लेकिन यहां पर सैलानी, आइस स्केटिंग, स्नो स्कूटर, स्नोबॉल सहित अन्य गतिविधियों का मजा ले रहे हैं. ग्राम पंचायत सीसू द्वारा 15 जनवरी से 28 फरवरी तक इस इलाके में पर्यटन गतिविधियों को बंद करने के लिए डीसी कुल्लू को ज्ञापन सौंपा गया है.
15 जनवरी से लाहौल में शुरू होगा हालडा पर्व
ग्राम पंचायत सीसू द्वारा दिए गए ज्ञापन के अनुसार 15 जनवरी से लाहौल में हालडा पर्व शुरू होता है और यहां पर देवी देवताओं की पूजा का भी ग्रामीणों के द्वारा आयोजन किया जाता है. वहीं, पंचायत ने ज्ञापन में यह भी लिखा है कि इस पूरी अवधि में घाटी के देवी देवता तपस्या करने में लीन रहते हैं और अगर यहां पर पर्यटन गतिविधियां होती है तो इससे उनकी तपस्या में भी खलल पड़ सकता है. जिसके चलते यहां पर पंचायत द्वारा बीते साल की तरह इस साल भी पर्यटन गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए ज्ञापन दिया गया है.
गौरतलब है कि अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर सीसू स्थित है. हालांकि, सीसू के साथ जो सड़क केलांग की ओर जाती है. वहां से वाहनों की आवाजाही जारी रहेगी और सैलानी अटल टनल से केलांग, उदयपुर, कोकसर की ओर जा सकते हैं. इसके अलावा अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल से सैलानी कोकसर का भी रुख कर सकते हैं. लेकिन सीसू में सैलानियों के लिए पर्याप्त जगह होने के चलते उन्हें पार्किंग की भी सुविधा मिलती है और सैलानी यहां पर बर्फ के बीच खेलने का भी मजा लेते हैं. ऐसे में अब सैलानियों को बर्फ का मजा लेने के लिए कोकसर का रुख करना होगा, जो अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल से करीब 6 किलोमीटर दूर है.
सीसू पंचायत के प्रधान राजीव कुमार ने कहा, "बीते साल भी यहां पर सभी पर्यटन गतिविधियों को बंद किया गया था और इस साल भी 15 जनवरी से लेकर 28 फरवरी तक पर्यटन गतिविधियां बंद रहेगी. इसके लिए लाहौल स्पीति प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया है और प्रशासन ने भी इसमें सहयोग करने की बात कही है. ताकि, इस अवधि में देवी-देवताओं की तपस्या में कोई खलल ना पड़ सके".
लाहौल घाटी के स्थानीय निवासी मोहन लाल, ताशी दावा और प्रेम ठाकुर ने कहा कि लाहौल घाटी में लोसर, हालडा, पूना सहित अन्य धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन शुरू हो गया है. जिसके चलते लाहौल घाटी के विभिन्न इलाकों में अलग-अलग समय पर लोगों द्वारा धार्मिक उत्सव मनाए जाएंगे. इस दौरान पूरे इलाके में लोग किसी भी प्रकार का शोर शराब नहीं करते हैं. ताकि देवी देवताओं की पूजा एवं तपस्या में किसी प्रकार का व्यवधान न हो सके.
डीसी लाहौल स्पीति राहुल कुमार ने कहा, "ग्राम पंचायत सीसू की ओर से उन्हें पर्यटन गतिविधियों को बंद करने के लिए ज्ञापन सौंपा गया है. ऐसे में बीते साल की तरह इस साल भी सीसू हेलीपैड के क्षेत्र में कोई भी पर्यटन गतिविधि आयोजित नहीं की जाएगी. ताकि स्थानीय लोग अपने देवी देवताओं की पूजा शांतिपूर्ण तरीके से कर सकें.
ये भी पढ़ें: शिमला कार्निवल में किंब चाट की धूम, खाने के बाद भूल नहीं पाएंगे स्वाद, हेल्थ बेनिफिट से भी है भरपूर