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गंगासागर तीर्थ: जमीन, हवा और पानी पर चौतरफा निगरानी, बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर ममता सरकार अलर्ट - MAMATA ON GANGASAGAR MELA

गंगासागर मेले के दौरान चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाएगी. ममता ने कहा कि, इस दौरान कोई गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए.

GANGA
सीएम ममता ने गंगासागर मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने का आह्वान किया (फाइल फोटो) (AFP)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 23 hours ago

सागर द्वीप: गंगासागर मेले के दौरान बांग्लादेशी घुसपैठ की आशंकाओं को देखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के दिशा में काम कर रही है. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि, सीमा पार से किसी भी तरह की गड़बड़ी पैदा करने की कोशिश को विफल करने के लिए जमीन, हवा और पानी पर चौतरफा निगरानी की जाएगी.

बांग्लादेश में चल रहे संकट के मद्देनजर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का यह बयान आया है. उन्होंने कहा कि सागर द्वीप और कोलकाता से आने वाली सड़कों पर वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के नेतृत्व में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं. एक कार्यक्रम में बोलते हुए ममता बनर्जी ने कहा, "हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वार्षिक मेले के दौरान कोई गड़बड़ी न हो. कड़ी निगरानी सुनिश्चित की जानी चाहिए. मैंने नौसेना को इसके बारे में बता दिया है.

उन्होंने कहा कि, सुरक्षा के मद्देनजर तट रक्षक को भी सूचित किया जाना चाहिए. ममता ने कहा, 'हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि उस तरफ (बांग्लादेश) से कोई गड़बड़ी न हो. जमीन, हवा और पानी पर चौतरफा निगरानी होनी चाहिए." ममता ने कहा कि, गंगासागर मेले में कोई गड़बड़ी न हो उसके लिए 10 मंत्रियों को तैनात किया जाएगा. उनमें से चार से पांच मंत्री सागर द्वीप में होंगे, जबकि अन्य कचुबेरिया और लॉट नंबर 8 जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर होंगे. आईजी और डीआईजी रैंक के अधिकारी तैनात किए जाएंगे. ममता ने आगे कहा कि, पश्चिम बंगाल और कोलकाता पुलिस बलों को कड़ी निगरानी बनाए रखने के लिए अच्छा समन्वय सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है.

बनर्जी ने इस दौरान आरोप लगाया कि, केंद्र सरकार कुंभ मेले का खर्च वहन कर रही है, लेकिन उन्होंने गंगासागर मेले के लिए कुछ भी नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि, गंगासागर मेले को 'राष्ट्रीय मेला' घोषित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि कुंभ मेले की तरह एक दिन गंगासागर मेले को भी राष्ट्रीय मेला घोषित किया जाएगा. केंद्र से कई बार संपर्क करने और कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने के बाद, हमने सागर द्वीप को मुख्य भूमि से जोड़ने के लिए मुरीगंगा नदी पर एक पुल बनाने का फैसला किया है."

उन्होंने कहा, "कुंभ मेले का पूरा खर्च केंद्र सरकार उठाती है, लेकिन वे गंगासागर मेले के लिए एक पैसा भी नहीं देते हैं."बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य गंगासागर मेले को पर्यावरण के अनुकूल बनाना है.आगामी गंगासागर मेले की तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए सागर द्वीप की दो दिवसीय यात्रा पर आए मुख्यमंत्री ने 30 सरकारी योजनाओं का उद्घाटन किया और 19 अन्य पहलों की आधारशिला रखी. मकर संक्रांति के अवसर पर गंगा और बंगाल की खाड़ी के संगम पर पवित्र स्नान करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ विदेशों से लाखों हिंदू तीर्थयात्री सागर द्वीप में एकत्रित होते हैं.

ये भी पढ़ें: मकर संक्रांति पर गंगासागर तीर्थ: बांग्लादेशियों की घुसपैठ रोकने के लिए बंगाल पुलिस सतर्क, क्या बोलीं ममता

सागर द्वीप: गंगासागर मेले के दौरान बांग्लादेशी घुसपैठ की आशंकाओं को देखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के दिशा में काम कर रही है. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि, सीमा पार से किसी भी तरह की गड़बड़ी पैदा करने की कोशिश को विफल करने के लिए जमीन, हवा और पानी पर चौतरफा निगरानी की जाएगी.

बांग्लादेश में चल रहे संकट के मद्देनजर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का यह बयान आया है. उन्होंने कहा कि सागर द्वीप और कोलकाता से आने वाली सड़कों पर वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के नेतृत्व में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं. एक कार्यक्रम में बोलते हुए ममता बनर्जी ने कहा, "हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वार्षिक मेले के दौरान कोई गड़बड़ी न हो. कड़ी निगरानी सुनिश्चित की जानी चाहिए. मैंने नौसेना को इसके बारे में बता दिया है.

उन्होंने कहा कि, सुरक्षा के मद्देनजर तट रक्षक को भी सूचित किया जाना चाहिए. ममता ने कहा, 'हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि उस तरफ (बांग्लादेश) से कोई गड़बड़ी न हो. जमीन, हवा और पानी पर चौतरफा निगरानी होनी चाहिए." ममता ने कहा कि, गंगासागर मेले में कोई गड़बड़ी न हो उसके लिए 10 मंत्रियों को तैनात किया जाएगा. उनमें से चार से पांच मंत्री सागर द्वीप में होंगे, जबकि अन्य कचुबेरिया और लॉट नंबर 8 जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर होंगे. आईजी और डीआईजी रैंक के अधिकारी तैनात किए जाएंगे. ममता ने आगे कहा कि, पश्चिम बंगाल और कोलकाता पुलिस बलों को कड़ी निगरानी बनाए रखने के लिए अच्छा समन्वय सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है.

बनर्जी ने इस दौरान आरोप लगाया कि, केंद्र सरकार कुंभ मेले का खर्च वहन कर रही है, लेकिन उन्होंने गंगासागर मेले के लिए कुछ भी नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि, गंगासागर मेले को 'राष्ट्रीय मेला' घोषित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि कुंभ मेले की तरह एक दिन गंगासागर मेले को भी राष्ट्रीय मेला घोषित किया जाएगा. केंद्र से कई बार संपर्क करने और कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने के बाद, हमने सागर द्वीप को मुख्य भूमि से जोड़ने के लिए मुरीगंगा नदी पर एक पुल बनाने का फैसला किया है."

उन्होंने कहा, "कुंभ मेले का पूरा खर्च केंद्र सरकार उठाती है, लेकिन वे गंगासागर मेले के लिए एक पैसा भी नहीं देते हैं."बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य गंगासागर मेले को पर्यावरण के अनुकूल बनाना है.आगामी गंगासागर मेले की तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए सागर द्वीप की दो दिवसीय यात्रा पर आए मुख्यमंत्री ने 30 सरकारी योजनाओं का उद्घाटन किया और 19 अन्य पहलों की आधारशिला रखी. मकर संक्रांति के अवसर पर गंगा और बंगाल की खाड़ी के संगम पर पवित्र स्नान करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ विदेशों से लाखों हिंदू तीर्थयात्री सागर द्वीप में एकत्रित होते हैं.

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