हमीरपुर: जिला हमीरपुर में स्वास्थ्य समिति के अनुबंध कर्मचारियों की हड़ताल लगातार (NHM workers strike in hamirpur) जारी है. शुक्रवार को भी स्वास्थ्य कर्मचारियों ने काले बिल्ले लगाकर अपनी सेवाएं दी. बता दें 27 जनवरी से 1 फरवरी तक यह हड़ताल जारी रहेगी. इस सिलसिले में स्वास्थ्य समिति (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) अनुबंध कर्मचारी संघ हमीरपुर के पदाधिकारियों ने हमीरपुर (hamirpur nhm workers press conference) में प्रेस वार्ता भी की.
संघ के पदाधिकारियों का स्पष्ट कहना है कि जब तक इन कर्मचारियों के लिए ठोस स्थाई नीति नियमितीकरण के लिए नहीं बनाई जाती है तब तक इन्हें रेगुलर पे स्केल कम से कम दिया जाना (NHM employees demand in HP) चाहिए. संघ ने कड़े शब्दों में सरकार को चेतावनी दी है कि यदि पहली फरवरी तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तो फिर 2 फरवरी को सांकेतिक हड़ताल होगी. इसके बाद इस हड़ताल को अनिश्चितकाल तक बढ़ाया जा सकता है और इसके लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार होगी.
इस अवसर पर संघ के प्रेस सचिव राज महाजन ने प्रदेश सरकार पर एनएचएम के तहत रखे गए कर्मचारियों की अनदेखी के आरोप लगाए. उन्होंने कहा की इन कर्मचारियों के लिए सरकार द्वारा कोई ठोस नहीं (hamirpur NHM workers) बनाई गई. आश्वासन देने के बावजूद इन कर्मचारियों के हितों का ध्यान सरकार द्वारा नहीं रखा गया. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न समितियों के माध्यम से जिसमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं एड्स कंट्रोल सोसाइटी के अंतर्गत लगभग 2000 के करीब कर्मचारी वर्ष 1997 से कार्य कर रहे हैं.
बता दें कि लगभग 23-24 वर्ष बीत जाने के उपरांत भी किसी भी सरकार द्वारा इन कर्मचारियों के लिए किसी भी प्रकार की नियमतिकरण की स्थाई नीति नहीं बनाई गई (hamirpur nhm workers press conference) है. वर्ष 2016 में उस समय की सरकार द्वारा रेगुलर पे स्केल की नोटिफिकेशन जारी हुई थी जो सिर्फ मेडिकल कॉलेज मात्र लोकल रोगी कल्याण समिति के कर्मचारियों के लिए लागू की है, जबकि इन कर्मचारियों को उससे भी वंचित रखा गया है. ऐसे में इन कर्मचारियों ने 1 फरवरी तक प्रदेश सरकार को उनकी मांगों पर संज्ञान लेने के लिए कहा है नहीं तो कर्मचारियों को मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा.
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