बड़सर: विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि देश की हालत चिंताजनक स्थिति में जा पहुंची है. ऐसा लग रहा है कि पूरा सिस्टम कभी भी फेल हो सकता है. हिंदुस्तान के लोकतंत्र को ऐसी अविश्वास भरे दौर से पहली बार गुजरना पड़ रहा है.
लोकतंत्र के इतिहास में यह भी पहली बार हुआ है कि सत्ता पक्ष के लोग जनता से झूठ बोल रहे हैं. बीजेपी को सत्ता से वास्ता है. सत्ता बनाए रखने के लिए वह बड़े से बड़ा झूठ निरतंर बोल रहे हैं. राणा ने कहा कि दुनिया के सबसे युवा राष्ट्र में बेरोजगारी पूरे परचम पर है. नौजवान भारत रोजगार की तलाश में दर-बदर भटक कर हताश व निराश हो चुका है.
राणा ने कहा कि भारत एक ऐसा देश बन चुका है, जहां पढ़े-लिखे बेरोजगार अधिक तनाव से गुजर रहे हैं वहीं मोदी सरकार की प्राथमिकता में हिंदू मुस्लमान जैसे मुद्दे हैं. राणा ने कहा कि बुरी तरह चौपट हो चुकी अर्थव्यवस्था की चर्चा की बजाए देश के महरूम नेताओं व उनके परिवारों को भला बुरा व गाली-गलौज की चर्चा जोरों पर हैं.
आलम यह है कि देश की संसद व बीजेपी के खेमे में आज हिंदुस्तान से ज्यादा चर्चा या तो पाकिस्तान की हो रही है या फिर देश हित में आवाज उठाने वाले मोदी विरोधियों की हो रही है. विपक्ष व राजनीतिक विरोधियों को देश के दुश्मन साबित करने में समूचा मोदी तंत्र रात दिन एक्टिव है. झूठ, धौंस, दबाव की राजनीति हर नागरिक पर हावी की जा रही है.
राणा ने कहा कि उद्योग धंधे को सरकार के हिमायती मित्र मंडली का माफिया धीरे-धीरे कर के निगल चुका है. देश में विकास पूरी तरह ठप्प है, लेकिन मोदी राज में नेहरू गांधी परिवार को गाली दे कर या कसूरवार ठहरा कर देश के असल मुद्दों से ध्यान भटका कर जनता को गुमराह करने का षडयंत्र निरतंर जारी है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का रिजर्व पैसा सरकार उठा चुकी है.
राणा ने कहा कि प्रचंड बहुमत का प्रयोग अंग्रेजी हुकूमत की तरह डराने धमकाने व मनमानी के लिए किया जा रहा है. जनता व राजनीतिक विरोधियों को दोयम दर्जे का नागरिक मान कर उन पर मनमानी की जा रही है. राणा ने कहा कि आजाद भारत के लोकतंत्र में इससे ज्यादा सत्ता की मनमानी की अति कभी नहीं देखी गई है.
ये भी पढ़ें: शिमला में मनाई गई रविदास जयंती, कृष्णा नगर मंदिर में हुआ आयोजन