हमीरपुरः एनएमसी बिल 2019 के विरोध का ज्यादा असर जिला हमीरपुर में भी देखने को मिला. मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में एनएमसी बिल के विरोध में डॉक्टरों ने काले बैज लगाकर दिनभर सेवाएं दी. साथ ही उन्होंने नेशनल मेडिकल कमिशन बिल के खिलाफ नाराजगी जाहिर दी.
इस बारे में हमीरपुर के डॉक्टर्स यूनियन ने कहा कि निजी मेडिकल कॉलेजों की फीस पर नियंत्रण समाप्त करने का फैसला लिया है. बिल में कहा है कि वे फीस को नियंत्रित करने के लिए निजी मेडिकल कॉलेजों को निर्देश जारी करेंगे. अब केवल 50 प्रतिशत सीटों पर ही फीस कम की जाएगी, जबकि ये इससे पहले 85 प्रतिशत सीटों पर लागू होती थी. बिल के कारण कॉलेजों में मेडिकल एजुकेशन महंगी हो जाएगी.
यूनियन सदस्यों ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस विधेयक में निरीक्षण या शिकायत निवारण का भी कोई प्रावधान नहीं है. निजी कॉलेज खुले तौर पर दिशा निर्देशों का उल्लंघन करते हैं और करोड़ों रुपये कमायेंगे.
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डॉक्टर्स का कहना है कि इस फैसले के बाद गरीब छात्र मेडिकल की शिक्षा पाने में असमर्थ हो जाएंगे. उन्हें मिलने वाली गुणवत्ता पूर्ण सस्ती मेडिकल शिक्षा का अधिकार उनसे छीन लिया जाएगा.
बता दें, सरकार ने बिल को देश को मेडिकल एजुकेशन की दिशा में सबसे बड़ा सुधार बताया है. विधेयक के तहत इंडियन मेडिकल कांउसिल ऐक्ट 1956 को हटा दिया जाएगा. दूसरी ओर इस विधेयक में संशोधन की मांग करते हुए देश भर में डॉक्टर्स हड़ताल पर है.
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