हमीरपुर: हमीरपुर जिला में एक पूर्व सैनिक और उद्यान विभाग हमीरपुर (Horticulture Department Hamirpur) के प्रयासों से बंजर जमीन पर अब फलों का बगीचा (fruit orchard) लहलहा रहा है. हिमाचल प्रदेश सरकार का शिवा प्रोजेक्ट (Shiva Project of Himachal Pradesh Government) हमीरपुर में रंग लाने लगा है और जिस जमीन को किसान बंजर छोड़ रहे थे वहां पर फलदार पौधे लहरा रहे हैं. जिसे देखकर न केवल किसान-बागबान खुश हैं बल्कि दूसरे लोगों को भी प्रेरणा दे रहे हैं.
प्रदेश में किसानों की आमदनी को सृदुढ़ करने के उदेश्य से शुरू किया गया शिवा प्रोजेक्ट (Shiva Project) का हमीरपुर जिला में बागवानों को सार्थक लाभ मिल रहा है. हमीरपुर जिला के कैंहडरू गांव में शिवा प्रोजेक्ट के तहत पूर्व सैनिक बागबान ने सैकड़ों संतरे और अनार (Oranges and Pomegranate) के पौधे लगाए हैं. पूर्व सैनिक कैप्टन प्रकाश चंद (Ex Serviceman Capt Prakash Chand) की मेहनत रंग लाई है और अब फलों से लदे हुए पौधे लाखों रुपये की आमदनी देने के लिए तैयार हैं. जिन खेतों से कभी मक्की और गेहूं की फसल नहीं होती थी वहां से लाखों रूपये का लाभ मिलेगा.
उद्यान विभाग के एचओडी (HOD of Horticulture Department) सूरज का कहना है कि खेतीबाड़ी की मुख्य समस्या आवारा पशुओं की थी जिस कारण खेतीबाड़ी से मुनाफा नहीं हो रहा था. सरकार के शिवा प्रोजेक्ट के तहत किसानों को फलदार पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया था. जिसके तहत अब अच्छे परिणाम सामने आने की उम्मीद है. उन्होंने बताया कि सिंचाई व्यवस्था के साथ पूरी देखरेख पौधों की जा रही है ताकि अच्छे परिणाम सामने आएं.
कैंहडरू गांव के बागवान कैप्टन प्रकाश चंद ने बताया कि वर्ष 2019 में प्रदेश सरकार के उद्यान विभाग के शिवा प्रोजेक्ट (Shiva Project of Himachal Pradesh Government) के तहत करीब बीस कनाल भूमि पर अनार और संतरे के पौधे लगाए थे और कड़ी मेहनत और विभाग के दिशा निर्देशों से अब यह पौधे फल देने लगे हैं. जिससे आने वाले दिनों में पन्द्रह से बीस लाख रूपये की आमदनी होने की उम्मीद है. उन्होंने बताया कि पहले मक्की और गेहूं की फसल बीजते थे लेकिन मुनाफा नहीं होता था और नाममात्र ही फसल होती थी. लेकिन शिवा प्रोजेक्ट के तहत अब फलदार पौधे लगाने से अच्छी आमदनी होने की उम्मीद जगी है.
उन्होंने कहा कि शिवा प्रोजेक्ट के तहत काम करने के लिए गांव वाले पहले तैयार नहीं हो रहे थे, लेकिन उद्यान विभाग (Horticulture Department) के प्रयासों से प्रोजेक्ट के तहत अनार और संतरे के पौधे लगाए गए और अब पौधे फल देने लगे हैं. बढ़िया तरीके से देखदेख करने के बाद प्रोजेक्ट के तहत लाखों रूपये की इनकम होगी. उन्होंने बताया कि पहले पांच से सात हजार की फसल होती थी, लेकिन अब अनार और संतरे से ही पंद्रह से बीस लाख रुपये की आमदनी होगी.
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