भोरंज/हमीरपुर: महिला एवं बाल विकास विभाग में सेवारत प्रदेश सुपरवाइजर, आंगनबाड़ी वर्कर और सहायिका कल्याण संघ ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्री स्कूल के अनुभव के आधार पर सरकरी स्कूलों में नर्सरी अध्यापिकाएं नियुक्त की मांग की है. इसे लेकर सुपरवाइजर, आंगनबाड़ी वर्कर व सहायिका कल्याण संघ का प्रतिनिधिमंडल सरकाघाट के विधायक कर्नल इंद्र सिंह से निवास स्थान मटियारा में मिला.
प्रतिनिधिमंडल की अध्यक्षता कर रहे संघ के प्रदेश संयोजक अभिषेक ठाकुर ने कहा कि नई शिक्षा नीति के लागू होने से उनका रोजगार छिनने का डर लगा है. सरकारी स्कूलों में नर्सरी कक्षाएं शुरू करने के उनके रोजगार पर प्रभाव पड़ेगा. उन्होंने कहा कि उन्हें भी प्री स्कूल के अनुभव के आधार पर सरकारी स्कूलों में नर्सरी अध्यापिकाएं नियुक्त किया जाए.
अभिषेक ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में 1700 से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ग्रेजूएट और 700 से अधिक कार्यकर्ता पोस्ट ग्रेजूएट हैं और अपनी सेवाएं आंगनबाड़ी वर्कर के रूप में दे रही हैं.
र्क्लक 50 फीसदी किए जाने की मांग
उन्होंने मांग करते हुए कहा कि इन्हें र्क्लक पदोन्नति का कोटा 50 फीसदी किया जाए. इसके अलावा सुपरवाइजर के पद की पदोन्नति के लिए डीपीसी जल्द से जल्द करवाने की मांग की गई है. यह भी मांग की गई कि सुपरवाइजर और डेमांस्ट्रेटर पद पर पदोन्नति के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए निर्धारित आयु 45 साल से कम की जाए. वहीं, विधायक कर्नल इंद्र सिंह ने प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों को आश्वाशन देते हुए कहा कि सभी मांगों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा.
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