हमीरपुर: स्मार्ट फोन बच्चों को देने के साथ ही अभिभावकों की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है. बाल मन परिजनों की डांट से आहत होकर अपने मन की बात साझा करने के लिए सोशल मीडिया पर पहुंच जाता है. हमीरपुर से गायब हुई लड़की (girl missing from Hamirpur) के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. यदि आप भी अभिभावक हैं और आपने बच्चे को ऑनलाइन स्टडी के लिए स्मार्टफोन (smartphone for online study) दिया है तो यह आपके लिए जरूरी खबर है.
हिमाचल के हमीरपुर जिले के बड़ा क्षेत्र से लापता हुई 12 वर्षीय लड़की को नादौन थाना पुलिस की विशेष टीम ने राजस्थान के हनुमानगढ़ से बरामद (Missing girl found in Rajasthan) कर लिया है. शुक्रवार को इस लड़की को संबंधित थाना पुलिस टीम ने परिजनों के हवाले भी कर दिया है. इन सबके बीच पुलिस की छानबीन और लड़की के काउंसलिंग में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. घरवालों की डांट से आहत होकर यह लड़की स्नैपचैट ग्रुप में मिले अनजान दोस्तों से मिलने के लिए सैकड़ों किलोमीटर दूर राजस्थान के हनुमानगढ़ में पहुंच गई. परिजनों ने इस लड़की को ऑनलाइन स्टडी के लिए यह स्मार्टफोन दिया था. लड़की ने स्नैप चैट का इस्तेमाल करना शुरू किया और जब परिजनों को इसका पता चला तो उन्होंने उसे डांट दिया.
एक नहीं बल्कि 2 बार चंडीगढ़ से पहुंची राजस्थान के हनुमानगढ़: 5 फरवरी को सातवीं कक्षा में पढ़ने लड़की घर से स्कूल के लिए पेपर जमा करवाने के बहाने निकली. इसके बाद चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गई और यहां पर 1 दिन रुकने के बाद राजस्थान के हनुमानगढ़ में पहुंच गई. यहां पर 1 दिन रुकने के बाद यह लड़की दोस्तों की सलाह पर फिर चंडीगढ़ लौट आई, लेकिन चंडीगढ़ लौटने के बाद वह फिर घर नहीं लौटी और एक बार फिर राजस्थान के हनुमानगढ़ में पहुंच गई. इस बीच तलाश में जुटी हमीरपुर पुलिस को लड़की की लोकेशन मालूम हुई. इसके बाद 10 फरवरी को ही टीम ने लोकेशन पर पहुंच कर लड़की को बरामद कर लिया.
सीडब्ल्यूसी कमेटी ने की है काउंसलिंग: 11 फरवरी को सीडब्ल्यूसी कमेटी ने इस लड़की की काउंसलिंग की है और पुलिस ने अब लड़की को परिजनों के हवाले कर दिया है. इस मामले में पुलिस की कार्रवाई को सराहा जाना भी जरूरी है. पुलिस कप्तान हमीरपुर आकृति शर्मा के निर्देशों के बाद नादौन थाना के एसएचओ योगराज ने 5 फरवरी को ही एक टीम का गठन किया. विशेष टीम गठित करके गुमशुदा नाबालिग लड़की को तलाश करने के लिए 5 फरवरी को ही रवाना कर दिया किया गया.
छानबीन करके 10 फरवरी को थाना नादौन की पुलिस टीम (Nadaun police station special team) द्वारा उक्त गुमशुदा नाबालिग लड़की को हनुमानगढ, राजास्थान से पांच दिनों के अन्दर बरामद करने में सफलता प्राप्त की है. ऐसे में पुलिस की मुस्तैदी भी इस मामले में काबिले तारीफ है. परिजनों के तमाम चिंताओं को देखते हुए लड़की को सुरक्षित घर पहुंचाने में पुलिस ने अपना फर्ज बखूबी निभाया है.
दोस्त के झांसे में आकर नाबालिग लड़की पहुंच गई थी पंजाब: सोशल मीडिया के जरिए बढ़ रही है मामले चिंताजनक हैं. हमीरपुर जिले में ही ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं. कुछ माह पहले ही सदर थाना हमीरपुर के तहत आने वाले 1 गांव में नाबालिग लड़की भी ट्विटर पर मिले दोस्त के झांसे में आकर पंजाबी गायक गुरु रंधावा से मिलने के लिए पंजाब पहुंच गई थी. इस लड़की को भी सदर थाना हमीरपुर की पुलिस ने रेस्क्यू कर परिजनों के हवाले किया था. ऐसे में सोशल प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल को लेकर बच्चों को जागरूक किया जाना हमें बेहद ही जरूरी है.
अभिभावकों का जागरूक होना जरूरी: नादौन थाना के प्रभारी योगराज का कहना है कि सोशल मीडिया के इस दौर में बच्चों पर निगरानी में रखना बेहद जरूरी है. पढ़ाई मोबाइल के माध्यम से ही इन दिनों हो रही है, ऐसे में बच्चों पर निगरानी रखने की ज्यादा जरूरत है. उन्होंने कहा कि बच्चे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो, इसके लिए पुलिस भी लगातार कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि इस कड़ी में शुक्रवार को स्थानीय गर्ल स्कूल की छात्राओं को थाने में कानूनी बारीकियों को जाना है.
थाना प्रभारी योगराज ने कहा कि सभी छात्राओं को सोशल मीडिया के इस दौर में सावधानी बरतने और अन्य कानूनी जानकारियां ( information about the law) दी गई हैं. वहीं, लापता लड़की के मामले में उन्होंने कहा कि काउंसलिंग के बाद लड़की को परिजनों के हवाले (missing minor girl from Hamirpur) कर दिया गया है. इसके साथ ही थाना प्रभारी ने सभी अभिभावकों से सतर्क रहने की भी अपील की है.
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