इंदौर/धर्मशाला: मध्य प्रदेश में कोरोना तेजी से फैल रहा है. इस दौरान सबसे ज्यादा डिमांड वाले इंजेक्शन रेमडेसिविर की जमकर कालाबाजारी हो रही है. इंदौर में क्राइम ब्रांच ने कालाबाजारी करने वाले ऐसे ही एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. उसके पास से पुलिस ने रेमडेसिविर के 400 नकली इंजेक्शन भी जब्त किए हैं. बताया जा रहा है कि इंजेक्शन को अवैध तरीके से हिमाचल में तैयार किया गया था और उन्हें एमपी में बेचने की तैयारी की जा रही थी.
400 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद
इंदौर की क्राइम ब्रांच ने 400 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम विनय शंकर त्रिपाठी है. जो पेशे से फार्मा कंपनी का मालिक है और पीथमपुर में अपनी फार्मा कंपनी संचालित करता है. पुलिस ने आरोपी के पास से 400 नकली इंजेक्शन से बरामद किया है. जिसकी कीमत करीब बीस लाख रुपए बताई जा रही है.
रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई में लगाए गए हवाई जहाज और हेलिकॉप्टर
हिमाचल में तैयार हुए नकली इंजेक्शन
पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई है कि इन इंजेक्शन को अवैध तरीके से हिमाचल में तैयार किया गया था. हिमाचल से इन्हें इंदौर लाकर पीथमपुर की फार्मा कंपनी के नाम पर इंदौर में बेचने की तैयारी की जा रही थी. लेकिन इससे पहले ही क्राइम ब्रांच को इसकी जानकारी लग गई. क्राइम ब्रांच ने बताया कि आरोपी ने हिमाचल के धर्मशाला में किसी कंपनी में ये डोज तैयार करवाए थे. आरोपी ये नकली इंजेक्शन अगस्त 2020 से बनवा रहा था.
इंदौर में है इंजेक्शन की डिमांड
इंदौर में जिस तरह से कोरोना मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत पड़ रही है, इसी के चलते इंदौर में रेमडेसिविर की जमकर कालाबाजारी भी की जा रही है. इस दौरान कई लोग जमकर नकली इंजेक्शन को भी बेच रहे हैं. इधर 400 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मिलने के बाद से अब स्थानीय पुलिस और भी मुस्तैद नजर आ रही है.
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