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बीएड को जेबीटी के लिए मान्य करने का विरोध, प्रशिक्षुओं ने किया कक्षाओं का बहिष्कार

बीएड के छात्रों को जेबीटी में शामिल किए जाने के विरोध में छात्रों ने कक्षाओं का बहिष्कार कर दिया है. उनका कहना है कि इससे उनका भविष्य खतरे में पड़ गया है. प्रदेश में 20 हजार जेबीटी के बेरोजगार हैं

कक्षाओं का बहिष्कार करते हुए जेबीटी प्रशिक्षु.
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Published : May 14, 2019, 5:11 PM IST

धर्मशाला: एक तरफ देश में लोकसभा चुनाव चल रहे हैं. तो वहीं, दूसरी तरफ शिक्षा को लेकर छात्र भी अपनी मांगों को लेकर अब कक्षाएं छोड़ कर सड़कों पर उतर रहे हैं. बता दें कि मंगलवार को धर्मशाला डीएलईडी के प्रशिक्षुओं ने सरकार के विरोध में धरना प्रदर्शन किया है. उनका कहना है कि बीएड को कमीशन के लिए मान्य करने से इनका भविष्य खतरे में पड़ गया है.

वीडियो.

शिक्षा विभाग ने बीते 12 मई को जेबीटी कमीशन की परीक्षा में बीएड के छात्रों को पात्र कर दिया है. 671 पदों के लिए 36 हजार आवेदन आए थे. जिसमें 33 हजार बीएड के और 3 हजार जेबीटी के आवेदन शामिल थे.

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छात्रों का कहना है कि सरकार द्वारा बीएड के छात्रों को इस तरह की छूट देने से उनके लिए समस्या पैदा हो गई है. प्रदेश में पहले ही 20 हजार जेबीटी छात्र बेरोजगार घूम रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस कोर्स को वे कर रहे हैं, उसके लिए बीएड के छात्रों को कमीशन के लिए मान्यता देना उनके लिए अन्याय है.

ये भी पढ़ें: 82 वर्षीय बुजुर्ग बेसब्री से कर रहे वोट डालने का इंतजार, युवाओं से की ये अपील

कक्षाओं को बहिष्कार करने वाले छात्रों का कहना है कि वे अपनी मांगों को लेकर सीएम और शिक्षा मंत्री से भी मिल चुके हैं. लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला है. उन्होंने कहा कि बीएम के छात्र बिना टेट पास किए कमीशन में बैठ रहे लेकिन जेबीटी के छात्र टेट पास करने के बाद कमीशन में बैठ रहे हैं. सरकार से उनकी यही मांग है कि बीएड के छात्र जेबीटी में शामिल न किए जाएं.

धर्मशाला: एक तरफ देश में लोकसभा चुनाव चल रहे हैं. तो वहीं, दूसरी तरफ शिक्षा को लेकर छात्र भी अपनी मांगों को लेकर अब कक्षाएं छोड़ कर सड़कों पर उतर रहे हैं. बता दें कि मंगलवार को धर्मशाला डीएलईडी के प्रशिक्षुओं ने सरकार के विरोध में धरना प्रदर्शन किया है. उनका कहना है कि बीएड को कमीशन के लिए मान्य करने से इनका भविष्य खतरे में पड़ गया है.

वीडियो.

शिक्षा विभाग ने बीते 12 मई को जेबीटी कमीशन की परीक्षा में बीएड के छात्रों को पात्र कर दिया है. 671 पदों के लिए 36 हजार आवेदन आए थे. जिसमें 33 हजार बीएड के और 3 हजार जेबीटी के आवेदन शामिल थे.

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छात्रों का कहना है कि सरकार द्वारा बीएड के छात्रों को इस तरह की छूट देने से उनके लिए समस्या पैदा हो गई है. प्रदेश में पहले ही 20 हजार जेबीटी छात्र बेरोजगार घूम रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस कोर्स को वे कर रहे हैं, उसके लिए बीएड के छात्रों को कमीशन के लिए मान्यता देना उनके लिए अन्याय है.

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कक्षाओं को बहिष्कार करने वाले छात्रों का कहना है कि वे अपनी मांगों को लेकर सीएम और शिक्षा मंत्री से भी मिल चुके हैं. लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला है. उन्होंने कहा कि बीएम के छात्र बिना टेट पास किए कमीशन में बैठ रहे लेकिन जेबीटी के छात्र टेट पास करने के बाद कमीशन में बैठ रहे हैं. सरकार से उनकी यही मांग है कि बीएड के छात्र जेबीटी में शामिल न किए जाएं.

Intro:धर्मशाला- एक तरफ देश में लोकसभा चुनाव चल रहे हैं। तो वही एक तरफ शिक्षा को लेकर छात्र भी अपनी मांगों को लेकर अब कक्षाएं छोड़ कर सड़को पर उतर रहे है। बता दे कि आज धर्मशाला डी एल ई डी के प्रशिक्षुओं ने सरकार के विरोध में धरना प्रदर्शन किया है। इनकी मांग है कि 12 मई को जो जेबीटी कमीशन की परीक्षा हुई है उसमें बीएड के छात्रों को पात्र कर दिया है। उन्होंने कहा कि 671 पदों में 36 हजार आवेंदन आये थे । उन्होंने कहा कि 33 हजार बीएड के थे और 3 हजार जेबीटी के थे।


Body:छात्रो का कहना है कि सरकार दोबारा बीएड के छात्रों को इस तरह की छूट देने से सबसे बड़ी समस्या यह है कि प्रदेश में पहले ही 20 हजार जेबीटी छात्र बेरोजगार घूम रहे है। उन्होंने कहा कि जिस कोर्स को हम कर रहे है और मान्यता बीएड वाले छात्रों को भी कमीशन के लिए दे दी जाती है। उन्होंने कहा कि हमारे साथ यह तो अन्याय हो रहा है।


Conclusion:उन्होंने कहा कि वह अपनी मांगों को लेकर सीएम ओर शिक्षा मंत्री से तो मिल चुके है लेकिन अभी तक सिर्फ आस्वाशन मिला है। । उन्होंने कहा कि बीएड के छात्र बिना टेट पास किये कमीशन में बैठ रहे है लेकिन जेबीटी के छात्र टेट पास करने के बाद कमीशन में बैठ रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार से उनकी यही मांग है कि बीएड के छात्र जेबीटी में शामिल न किये जायें।
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