धर्मशाला: पर्यटन नगरी धर्मशाला में पर्यटकों का सालभर तांता लगा रहता है. धर्मशाला का मैक्लोडगंज विश्वभर में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के कारण भी प्रसिद्ध है. इस लिहाज से यहां से लाखों की संख्या में पर्यटक घूमने आते हैं, लेकिन पर्यटकों की तादाद के साथ-साथ यहां भिखारियों की संख्या भी बढ़ती जा रही है.
मैक्लोडगंज नगर निगम धर्मशाला का प्रमुख स्थल है. पर्यटन नगरी में दिन-प्रतिदिन भिखारियों की संख्या बढ़ रही है. यहां भीख मांगने वालों में अधिकतर महिलाएं शामिल हैं. जो कि अपने बच्चों को साथ में लेकर भीख मांगती हैं. हालांकि धर्मशाला में कई सारे स्वयंसेवी संगठन तिब्बती और भारतीय संस्थाएं भिखारियों की समस्या से निपटने के लिए कार्य कर रही हैं, लेकिन कोई खासा असर देखने को नहीं मिल रहा.
यही नहीं पुलिस विभाग के कर्मचारी भी यहां गश्त पर रहते हैं, लेकिन किसी ने भी कभी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए इन भिखारियों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाएं. वहीं, चाइल्ड लाइन कांगड़ा के निदेशक रमेश मस्ताना ने बताया कि उनकी टीम पुलिस के साथ कई बार जा चुकी है, लेकिन यह महिलाएं मौके से भाग जाती हैं.
उन्होंने बताया कि दो जून को मैक्लोडगंज पुलिस ने इन्हें रेस्क्यू भी किया था, लेकिन मौसम की खराबी के कारण शाम को उन्हें पुलिस द्वारा समझा-बुझाकर छोड़ दिया था. मस्ताना ने बताया कि यह मामला एसएसपी और डीसी कांगड़ा के ध्यान में लाया जाएगा जिससे इन महिला भिखारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके.