धर्मशालाः हिमाचल में स्वास्थ्य विभाग में हुए कथित घोटाले की जांच को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का संघर्ष जारी है. इस मामले की जांच सिटिंग जज से करवाने को लेकर कांग्रेस की ओर से सरकार पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है.
कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि कोविड-19 की महामारी के दौरान पीपीई किट व अन्य स्वास्थ्य उपकरणों की खरीददारी के लिए जारी सप्लाई ऑर्डर में घोटाला हुआ है. कांग्रेस का कहना है कि यदि सरकार ने इसकी जांच नहीं करवाई तो कांग्रेस सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी.
इसी कड़ी में मंगलवार को कांग्रेस के प्रदेश महासचिव देवेंद्र जग्गी, प्रवक्ता जितेंद्र शर्मा, कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र यूथ कांग्रेस अध्यक्ष विजय इंद्र करण व अन्य कांग्रेस नेताओं ने एडीसी के माध्यम से प्रदेश के राज्यपाल को ज्ञापन भेजा. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि कुछ समय पहले भी, सत्तारूढ़ दल के कुछ नेताओं ने पत्र बम से स्वास्थ्य विभाग में अनियमितताओं को उठाया था, लेकिन सरकार ने उस पत्र के तथ्यों की जांच नहीं करवाई.
वहीं, प्रदेश कांग्रेस महासचिव देवेंद्र जग्गी ने कहा कि प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में हुए भ्रष्टाचार की वजह से निदेशक को गिरफ्तार किया गया है और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष को इस्तीफा देना पड़ा है. कांग्रेस ने मांग करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में स्वास्थ्य विभाग में हुई हर खरीद और ऑर्डर की जांच करवाई जानी चाहिए.
गौरतलब है कि मई महीने के मध्य में एक ऑडियो वायरल हुआ था. 40 सेकेंड के इस ऑडियो में स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद को लेकर 5 लाख रुपये के लेन देन की बात की जा रही थी. इस कथित स्वास्थ्य घोटाले के सामने आने के बाद विभाग के निदेशक को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के निदेशक को जमानत मिल चुकी है. कांग्रेस ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए हाईकोर्ट के जज से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है.
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