चंबा: साक्षरता प्रेरकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को एसी टू डीसी राम प्रसाद से मुलाकाल की. इस दौरान प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई संघ के जिलाध्यक्ष मोहम्मद अयुब ने की. इस दौरान ब्लॉक अध्याक्ष राजेंद्र कुमार व ब्लॉक उपाध्यक्ष डिंपल शर्मा भी मौजूद रहे.
प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन से मांग की है कि साक्षरता प्रेरकों को दो साल का मेहनताना जल्द से जल्द दिया जाए, ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी ना हो. ब्लॉक अध्यक्ष राजेंद्र कुमार ने बताया कि जिले की 283 पंचायतों में 566 पंचायत प्रेरकों ने अपनी सेवाएं दी हैं. वहीं, वर्ष 2018 के बाद उनकी सेवाए बंद कर दी गई. उन्होंने कहा कि जब भी वे इस बारे आग्रह करते हैं तो उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता है.
साक्षरता प्रेरकों ने बताया कि यह मिशन खत्म हो चुका है, इस बारे में लिखित रूप में अवगत करवाया जाए. इस दौरान प्रेरकों ने प्रशासन से मांग की है कि उनके मेहनताने का भुगतान जल्द से जल्द किया जाए. साथ ही दोबारा उनकी सेवाएं पंचायत स्तर पर ली जाएं, ताकि उन्हें राहत मिल सके.
बता दें कि जिले में वर्ष 2011 से लेकर 2018 तक जिला चंबा की 283 पंचायतों में तैनात 566 प्रेरकों ने निरक्षरों को पढ़ाया है, लेकिन वर्ष 2018 के बाद प्रेरकों को उनके मेहनताना नहीं दिया गया है और ना ही पंचायत प्रेरकों को कोई संतोषजनक जवाब अब तक दिया गया है, जिस कारण वे अपने ठगा महसूस कर रहे हैं.
प्रेरकों की माने तो मिशन खत्म हो चुका हैं, लेकिन इस बारे में भी पंचायत प्रेरकों को लिखित में अवगत करवाना चाहिए था. बावजूद इसके उलट उन्हें किसी प्रकार की जानकारी मुहैया नहीं करवाई जा गई है. बरहाल पंचायत प्रेरक अपना हक पाने के लिए ठोकरें खाने को मजबूर हैं.
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