चंबा: हिमाचल प्रदेश में अवैध तरीके से हो रहे जंगली जानवरों के शिकार पर रोक लगाने के लिए वन विभाग ने मास्टर प्लान के तहत टीमें गठित करने का फैसला किया है. ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के बाद अक्सर जंगली जानवर मैदानी इलाकों का रुख करते हैं और उसी का लाभ उठाते हुए शिकारी अवैध तरीके से जानवरों को अपना निशाना बनाते हैं. अब अवैध शिकारियों के मंसूबों को नाकामयाब करने के लिए वन विभाग पूरी तरह से मुस्तैद हो गया है.
वन विभाग ने अलग-अलग टीमें गठित करने का निर्णय लिया है. यह टीमें उन क्षेत्रों में नजर रखेगी, जहां अवैध तरीके से शिकार होता है. वन मंडल अधिकारी चंबा अमित शर्मा की अगुवाई में यह टीमें कार्य करेंगी. अवैध तरीके से शिकार पर नकेल कसने के लिए वन मंडल अधिकारी अमित शर्मा ने रणनीति बनानी तैयार कर दी है, ताकि दुर्लभ प्रजातियों और मासूम जानवरों का संरक्षण किया जा सके. वहीं, अगर कोई अवैध तरीके से शिकार करता हुआ पकड़ा गया तो उसके खिलाफ वन्य प्राणी अधिनियम के तहत सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी .
वन मंडल अधिकारी चंबा अमित शर्मा का कहना है कि अवैध तरीके से शिकार करने वालों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा. अमित शर्मा ने दो टूक कहा है कि अगर कोई भी शख्स शिकार करता हुआ पकड़ा गया तो उसके खिलाफ वन्य प्राणी अधिनियम के तहत सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि अगर उनके क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति अवैध तरीके से जानवरों का शिकार करता है, तो उसकी सूचना वन विभाग को दें ताकि उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जा सके.
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