बिलासपुर: गोसेवा आयोग की बैठक शुक्रवार को जिला मुख्यालय स्थित बचत भवन में आयोजित हुई. गोसेवा आयोग के उपाध्यक्ष अशोक कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में गोसदन संचालकों ने भाग लिया. इस मौके पर उन्होंने बताया कि सड़कों पर घूम रहे आवारा गोवंश को जल्द ही आश्रय मिलेगा. इसके लिए गोसेवा आयोग की ओर से गोसदन संचालकों से भी आग्रह किया है कि जो भी गोसदन की क्षमता बढ़ाना चाहते हैं वह औपचारिकताएं पूरी करें और सरकार की योजनाओं का लाभ उठाएं. भविष्य में भी आयोग गोसदन संचालकों की मदद करती रहेगी.
बिलासपुर जिले में करीब छह सौ आवारा गोवंश हैं, जिन्हें जल्द ही गोसदनों में पहुंचाया जाएगा. उन्होंने कहा कि सड़कों पर टैग वाले पशुओं को छोड़ने के मामले सामने आ रहे हैं. जिसमें देखा जाता है कि उनके कान काट कर सड़कों पर लोग छोड़ देते है. इस पर जल्द ही कैबिनेट मीटिंग में फैसला लिया जाएगा. पशुओं को सड़क पर छोड़ने वालों पर पांच हजार रुपये जुर्माना और दो साल की सजा का प्रावधान होगा.
वहीं, इस बैठक में गोसदनों से संबधित मसले खूब गूंजे. उन्होंने कहा कि अधिकारी, कर्मचारी गोसदनों के संचालन में अपनी भूमिका निभाएं. यह धार्मिक कार्य है. गोवंश की रक्षा के लिए सभी को आगे आना चाहिए. इस तरह के धार्मिक कार्यों को उलझाने के बजाये अधिकारी, कर्मचारी सुलझाने का प्रयास करें, ताकि गोसदन संचालकों को किसी तरह की समस्या न झेलनी पड़े.
अशोक कुमार ने कहा कि गोसेवा आयोग की इस बैठक में गोपालकों ने जो मसले उठाए हैं. उन्हें सरकार के समक्ष रखा जाएगा. लोगों को भी आवारा पशुओं की संख्या कम करने को लेकर भागीदारी निभानी चाहिए.