बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने सूबे के स्कूलों में शुरू होने वाली प्रार्थना सभा में कुछ नया बदलाव किया है.अगले सत्र से स्कूलों में होने वाली प्रार्थना में कुलगीत हुआ (Kulgeet will be sung in prayer assembly) करेगा. इस गीत में शिक्षा क्यों व कैसे और इसका अभिप्राय, का पूरा जिक्र होगा. तीन मिनट अवधि का यह संस्कारयुक्त कुलगीत बनकर तैयार है, जिसकी जल्द ही सरकार के समक्ष प्रेजेंटेशन दी जाएगी. सरकार से अनुमति मिलने के बाद स्कूलों में यह व्यवस्था प्रभावी ढंग से लागू कर दी जाएगी. यह बात बिलासपुर पहुंचे स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डाॅ. सुरेश सोनी ने कही.
हर एक एक्टिविटी के अंक तय: उन्होंने बताया कि स्कूलों की सालाना एक्टिविटीज को लेकर एक पूरा खाका तैयार किया जाएगा. जिसके तहत टाईम टू टाईम विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जाएंगी. जिससे बच्चों के मन मस्तिष्क में निखार आने के साथ ही शारीरिक तौर पर भी उन्हें स्वस्थ रहने के तौर तरीके मालूम होंगे. इसलिए अब हर एक एक्टिविटी के अंक तय किए गए हैं. डॉ. सुरेश सोनी ने बताया कि पेरेंट्स भी स्कूल आकर बच्चों की स्थिति को देखेंगे. लोकल हिस्ट्री पर आधारित प्रोजेक्ट तैयार कर बच्चों को उपलब्ध करवाए जाएंगे, ताकि उन्हें लोकल इतिहास की समझ हो सके.
ऑडियो के माध्यम से बजाया जाएगा राष्ट्रीय गान: जानकारी के अनुसार अगले सत्र से स्कूलों में ऑडियो के माध्यम से प्रार्थना सभाओं में राष्ट्रीय गान गाया जाएगा. बोर्ड ने यह निर्णय इसीलिए लिया है कि इस राष्ट्रीय गान को अभी तक भी बच्चे बेहतर तरीके से नहीं गा पाते है. ऐसे में अब ऑडियो के माध्यम से इस गीत को गाया जाएगा ताकि बच्चे राष्टीय गान के शब्दों की परख व इसका गान सही तरीके से कर लें.
क्या कहते हैं बोर्ड चेयरमैन डाॅ. सोनी: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डाॅ. सोनी का कहना है कि हिमाचल प्रदेश में पहली बार स्कूलों में कुलगीत हुआ करेगा. जिसमें इस गीत के माध्यम से शिक्षा क्यों, व कैसे और इसका अभिप्राय क्या है, यह समझाया जाएगा. इसी के साथ प्रार्थना सभाओं में अब ऑडियो के माध्यम से राष्ट्रीय गान होगा. जिसको लेकर पूरी तैयारियां हो गई है. अगले सत्र से यह शुरू कर दिया जाएगा. आपको बता दें कि जब चेयरमैन डाॅ. सोनी ने जब बोर्ड ज्वाइन किया था, तो बोर्ड की वित्तीय स्थिति 70 करोड़ के लगभग थी. इसमें और अधिक इंप्रूवमेंट की गई और यह काफी सुदृढ़ हुई है. आज यह वित्तिय स्थिति 156 करोड़ रुपए तक पहुंच गई है.
ये भी पढ़ें: धर्मशाला में महिला विधायकों की सम्मेलन : ‘महिला हितैषी शासन’ विषय पर कार्यशाला हुई आयोजित