बिलासपुर: डॉक्टर भीम राव अंबेडकर युवक मंडल बैरी दड़ोला द्वारा वीरवार यानि आज राष्ट्रीय शिक्षा दिवस कोरोना के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया गया. इस उपलक्ष्य पर ग्राम पंचायत बैहना जट्टा के अंतर्गत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बैहना जट्टा में 8वीं, 9वीं,10वीं, कक्षा के गरीब परिवार से सबंध रखने वाले विद्यार्थियों को नोटबुक व पेंसिल्स बांटी गई.
वहीं, डॉ. भीमराव अंबेडकर युवक मंडल के प्रधान मुनीश कुमार ने बताया कि देश में हर साल 11 नवंबर के दिन राष्ट्रीय शिक्षा दिवस (National Education Day) मनाया जाता है. मुनीश कुमार ने बताया कि मौलाना अबुल कलाम आजाद ने 15 अगस्त 1947 से 2 फरवरी 1958 तक देश के शिक्षा मंत्री के तौर पर सेवा दी थी. साल 2008 में इनके जन्म दिवस को मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा शिक्षा दिवस के रूप में मान्यता दी गई थी. वहीं, मुनीश कुमार ने विद्यार्थियों के उज्वल भविष्य की कामना भी की.
इस अवसर पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बैहना जट्टा स्कूल के प्रधानाचार्य प्रितलाल, कुलदीप सिंह, पीईटी कपिल देव शास्त्री, वीरेंद्र चंदेल और डॉक्टर भीम राव अंबेडकर युवक मंडल बैरी दड़ोला के प्रधान मुनीश कुमार, उप प्रधान मोहित कुमार, सचिव विशाल कुमार, कार्यकारी कोषाध्यक्ष संगीता, अनमोल, दिव्यांश, सोनू डोगरा , मोहित कौंडल, करण कौंडल करण कुमार, हेमलता, करण कुमार, अर्चना,पलक, आदि सदस्य मौजूद रहे.
बता दें कि स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद (Maulana Abul Kalam Azad) की जयंती के उपलक्ष्य में हर साल 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस (National Education Day) मनाया जाता है. मौलाना आजाद कवि, पत्रकार और स्वतंत्रता सेनानी थे. उन्होंने देश के कई बड़े शैक्षणिक संस्थानों की नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
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