बिलासपुर: भारतीय प्रशासनिक सेवा परीक्षा, 2020 (Indian Administrative Service Exam-2020) में 80वां स्थान प्राप्त करने वाले घुमारवीं के पडयालग गांव के इशांत जसवाल को उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय (Deputy Commissioner Bilaspur Pankaj Rai) ने शाॅल व टोपी पहनाकर सम्मानित किया. उपायुक्त ने कहा कि इशांत जसवाल बिलासपुर जिले के ऐसे पहले उम्मीदवार हैं, जिन्होंने सीधा भारतीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा पास की है. उन्होंने इस परीक्षा में अच्छा रैंक भी प्राप्त किया है. उन्होंने कहा कि बच्चों को 24 वर्षीय इशांत की सफलता से प्रेरणा लेनी चाहिए. उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे जीवन में उच्च लक्ष्य स्थापित करें तथा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत का रास्ता अपना कर सफलता पाएं.
उन्होंने जिला के युवाओं के लिए प्रेरणा बने इशांत जसवाल और उनके माता-पिता को इस उपलब्धी के लिए बधाई दी है. इशांत ने आरंभिक शिक्षा गांव के स्कूल में की है. वर्ष 2014-18 में एनआईटी हमीरपुर से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की ड्रिग्री प्राप्त की है. जिसके पश्चात एक वर्ष तक दिल्ली में तेल तथा प्राकृतिक गैस की एक निजी कंपनी में भी कार्य किया. इसके उपरांत माता-पिता की प्रेरणा से इशांत ने भारतीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा के लिए वर्ष 2019 में तैयारी शुरू की जिसके लिए एक वर्ष तक दिल्ली में रहकर कोचिंग भी प्राप्त की जिसमें से 6 महीने की कोचिंग कोविड के दौरान ऑनलाइन ही ली.
इशांत के माता-पिता ने प्रथम प्रयास में ही आईएएस की परीक्षा उत्तीर्ण करने पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की. इशांत के पिता होशियार सिंह एक पूर्व सैनिक है और वर्तमान में विद्युत बोर्ड पांवटा साहिब के गिरी नगर में कार्यरत हैं जबकि माता अंजना देवी एक गृहिणी हैं.
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