बिलासपुर: बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के गृह जिले बिलासपुर में उनके ही खिलाफ कांग्रेसियों ने अपनी आवाज बुलंद कर दी है. बुधवार को जेपी नड्डा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कांग्रेस ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है. शहर के रौडा सेक्टर में पूर्व सदर विधायक बंबर ठाकुर कार्यकताओं के साथ धरने पर बैठ गए हैं. हालांकि कांग्रेसी नलवाड़ी मेले के समापन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का घेराव करने वाले थे, लेकिन सीएम का दौरा स्थगित हो गया.
सीएम जयराम ठाकुर का दौरा रद्द होने के बाद कांग्रेसी धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. बंबर ठाकुर का आरोप है कि वन मंत्री राकेश पठानिया के संरक्षण में भ्रष्टाचार इस कदर पनप चुका है कि ठेकेदारों को तंग किया जा रहा है और उनसे पैसे की मांग की जा रही है. उन्होंने कहा कि इससे पहले इस तरह का वन मंत्री किसी भी सरकार में नहीं था. वैसे भी विधानसभा में उक्त मंत्री की वाणी असभ्य है और जिसका उदाहरण विधानसभा के रिकॉर्ड से देखा गया है.
बंबर ठाकुर का कहना है कि बिलासपुर जिले के हरलोग वन क्षेत्र की ढांगू बिट में सटे जंगल से अवैध कटान हो रहा है, लेकिन वन मंडल अधिकारी कहते हैं कि वह कोई अवैध कटान नहीं हुआ है. उन्होंने वन विभाग और पुलिस के साथ मिली भगत कर ठेकेदार को लाभ पहुंचाने का भी आरोप लगाया है. ठाकुर ने बताया कि घुमारवीं में बाबा बालक नाथ मंदिर के साथ जंगल काटा है जो क्षेत्र और कलोल के मलोट में भी जंगल काटे हैं, लेकिन कोई भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि अधिकारियों पर वन मंत्री का दबाव है कि इस बारे में कुछ नहीं कहना है.
वहीं, पूर्व विधायक ने बताया कि एम्स निर्माण स्थली पर जो पेड़ काटे गए थे जब खुदाई में उनके झुंड निकले तो मंत्री के आदेश पर बिलासपुर के ही एक ठेकेदार को वह सारे दे दिए गए. बिना नीलामी और बिना टेंडर के ही करोड़ों रुपये की लकड़ी ठेकेदार को दे दी गई. उन्होंने कहा कि जायका प्रोजेक्ट में भी गड़बड़ी हो रही है. लगभग डेढ़ करोड़ रुपए का घपला है जो कागजों में बिल पास कर दिए गए हैं, लेकिन वास्तव में 90 फीसदी कार्य हुआ ही नहीं है.