बिलासपुर: प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के सभी अस्पतालों में वेंटिलेटर की सुविधा दी जा रही है. जिसके तहत क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर को भी 12 नए वेंटिलेटर दिए गए हैं. उक्त अस्पताल में पहले से ही तीन वेंटिलेटर की सुविधा थी, लेकिन उनमें से कुछ खराब हो चुके हैं. ऐसे में नए वेंटिलेटर मिलने से कोरोना संक्रमित मरीजों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी.
बता दें कि दिल्ली और मुंबई में कोरोना काल में वेंटिलेटर्स की संख्या कम होने से कई मरीजों की मौत हो गई है, क्योंकि वहां पर अधिकतर अस्पतालों में वेंटिलेटर की सुविधा कम थी. ऐसे में केन्द्र सरकार द्वारा हिमाचल को 500 वेंटिलेटर दिए गए हैं. जिसमें 178 ट्रांसपोर्ट वेंटिलेटर, जबकि अन्य आईसीयू वेंटिलेटर हैं.
एमओएच बिलासपुर डॉ. परविंद्र सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर को 12 नए वेंटिलेटर दिए गए हैं, जिससे अस्पताल में कोविड-19 के आने वाले मरीजों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा दी जाएगी. उन्होंने कहा कि अस्पताल के पास पहले से ही तीन वेंटिलेटर की सुविधा थी, लेकिन उसमें कुछ खराब हो गए थे. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने सरकार से वेंटिलेटर की व्यवस्था करने की मांग की थी.
डॉ. परविंद्र सिंह ने बताया कि वेंटिलेटर का उपयोग उस वक्त किया जाता है, जब मरीज को सांस लेने में दिक्कत होती है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा हर जिला के अस्पताल में केन्द्र सरकार द्वारा मुफ्त में दिए गए वेंटिलेटर स्थापित किए जाएंगे.
प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी को प्रदेश सरकार द्वारा 30 नए वेंटिलेटर दिए गए हैं, ताकि कोरोना संकट काल मेंं मरीजों को परेशानी का सामना न करना पड़े.
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