कुल्लू: जिला कुल्लू की सड़कों को बेसहारा पशुओं से मुक्त करने के लिए जिला प्रशासन ने अब प्रभावी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. इसके लिए स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों की भी मदद ली जा रही है. बेसहारा पशुओं को अब नई जगह पर रखने की भी व्यवस्था की जा रही है.
जिला मुख्यालय स्थित बीडीसी कार्यालय में बैठक
जिला मुख्यालय स्थित बीडीसी कार्यालय के हॉल में कुल्लू व नग्गर विकास खंड के पंचायत प्रतिनिधियों के साथ एसडीएम डॉक्टर अमित गुलेरिया की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया. डॉ. अमित गुलेरिया ने पंचायत प्रतिनिधियों से इस काम में आगे आने का आग्रह किया, ताकि जिला कुल्लू की सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं को आश्रय दिया जा सके और सड़कों पर घूम रहे गोवंश को भी सहारा मिल सके.
वन भूमि पर नए गोसदन बनाने पर चर्चा
वहीं, इस दौरान वन भूमि पर नए गोसदन बनाने के लिए एफसीए के केस बनाने के बारे में भी चर्चा की गई. गौर रहे कि जिला कुल्लू में हजारों गोवंश सड़कों पर घूम रहे हैं. जिनमें कई पशुओं में टैग भी लगे हुए हैं. बैठक में बताया गया कि कुल्लू विकासखंड में अभी भी 15 सौ से अधिक आवारा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं.
सड़कों पर घूम रहे बेसहारा गोवंश को मिलेगा सहारा
पंचायत प्रतिनिधियों से इस बारे में भी चर्चा की गई कि वह भी खाली पड़ी भूमियों का निरीक्षण कर प्रशासन को बताएं. ताकि वहां पर वन विभाग से अनुमति लेकर गौ सदन व पशुओं के चरने की व्यवस्था की जा सके. एसडीम कुल्लू डॉक्टर अमित गुलेरिया ने बताया कि पंचायत प्रतिनिधियों ने भी इस काम के लिए हामी भरी है और वन भूमि के लिए भी एफसीए का केस बनाकर वन विभाग को भेजा जाएगा, ताकि खाली पड़ी भूमि पर सड़कों पर घूम रहे बेसहारा गोवंश को सहारा मिल सके और उनके चरान की भी वहां पर व्यवस्था हो.
गौर रहे कि बीते दिनों शिक्षा मंत्री ने भी बैठक में साफ कहा था कि जल्द से जल्द बेसहारा गोवंश को सहारा मिले और इसके लिए प्रशासन भी स्थानीय सामाजिक संस्थाओं का सहयोग ले.