नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा पर आरोप लगाया कि ये लोग हिंदू नहीं हैं, ये सिर्फ हिंदू धर्म का इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने कांग्रेस की महिला इकाई 'अखिल भारतीय महिला कांग्रेस' के स्थापना दिवस समारोह में यह दावा भी किया कि आरएसएस एवं भाजपा के लोग 'महिला शक्ति' को दबा रहे हैं और भय का माहौल पैदा कर रहे हैं.
बुधवार को राहुल गांधी ने नोटबंदी और जीएसटी का उल्लेख करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने 'लक्ष्मी की शक्ति' और 'दुर्गा की शक्ति' पर आक्रमण किया है. उन्होंने आरोप लगाया, 'वे (आरएसएस और भाजपा) अपने आपको हिंदू पार्टी कहते हैं और लक्ष्मी जी और मां दुर्गा पर आक्रमण करते हैं. फिर कहते हैं कि वे हिंदू हैं. ये लोग झूठे हिंदू हैं. ये लोग हिंदू नहीं हैं. ये हिंदू धर्म का इस्तेमाल करते हैं.'
कांग्रेस नेता के मुताबिक, भाजपा और आरएसएस के लोगों ने पूरे देश में डर फैलाया है, किसान डरे हुए हैं, महिलाएं डरी हुई हैं. उन्होंने कहा कि आरएसएस महिला शक्ति को दबाता है, लेकिन कांग्रेस का संगठन महिला शक्ति को समान मंच देता है.
राहुल गांधी ने कहा, 'अगर पिछले 100-200 साल में किसी एक व्यक्ति ने हिंदू धर्म को सबसे अच्छे तरीके से समझा और अपने व्यवहार में लाया, तो वह महात्मा गांधी हैं. इसे हम भी मानते हैं और आरएससस एवं भाजपा के लोग भी मानते हैं... महात्मा गांधी ने अहिंसा को सबसे अच्छे तरीके से जिया. हिंदू धर्म की बुनियाद अहिंसा है. इसके बावजूद आरएसएस की विचारधारा द्वारा महात्मा गांधी को गोली क्यों मारी गई? इस बारे में आपको सोचना होगा.'
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राहुल गांधी ने जोर देकर कहा, 'देश में आरएससस और भाजपा की सरकार है. इनकी विचारधारा और हमारी विचारधारा अलग अलग हैं. कांग्रेस की विचारधारा गांधी की विचारधारा है. गोडसे और सावरकर की विचारधारा और हमारी विचारधारा में क्या फर्क है, इसे हमें समझना होगा... हमें इनके खिलाफ प्रेम से लड़ना है. नफरत के जरिये हम नहीं लड़ सकते.'
इस मौके पर ईटीवी भारत से बात करते हुए महिला कांग्रेस प्रमुख नेट्टा डिसूजा ने कहा कि महिला कांग्रेस की महिलाएं आज पूरी तरह सक्रिय हैं. हमने यह सुनिश्चित करने का संकल्प लिया है कि इस 38वें स्थापना दिवस पर हम अपने-अपने घरों से तेल लाए हैं, दीया जलाया है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हम उन फासीवादी ताकतों से छुटकारा पाएं जो समुदाय को विभाजित करती हैं, जो भारत को वर्षों पीछे ले जा रही है.
इससे पहले राहुल ने कांग्रेस की महिला इकाई 'अखिल भारतीय महिला कांग्रेस' के स्थापना दिवस समारोह में यह दावा भी किया कि आरएसएस एवं भाजपा के लोग 'महिला शक्ति' को दबा रहे हैं और भय का माहौल पैदा कर रहे हैं. इस कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से महिला कांग्रेस को भेजा गया शुभकामना संदेश भी पढ़ा गया.
राहुल गांधी ने नोटबंदी और जीएसटी का उल्लेख करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने 'लक्ष्मी की शक्ति' और 'दुर्गा की शक्ति' पर आक्रमण किया है. उन्होंने आरोप लगाया, 'वे (आरएसएस और भाजपा) अपने आपको हिंदू पार्टी कहते हैं और लक्ष्मी जी और मां दुर्गा पर आक्रमण करते हैं. फिर कहते हैं कि वे हिंदू हैं. ये लोग झूठे हिंदू हैं. ये लोग हिंदू नहीं हैं. ये हिंदू धर्म का इस्तेमाल करते हैं.'
कांग्रेस नेता के मुताबिक, भाजपा और आरएसएस के लोगों ने पूरे देश में डर फैलाया है, किसान डरे हुए हैं, महिलाएं डरी हुई हैं. उन्होंने कहा कि आरएसएस महिला शक्ति को दबाता है, लेकिन कांग्रेस का संगठन महिला शक्ति को समान मंच देता है.
राहुल गांधी ने कहा, 'अगर पिछले 100-200 साल में किसी एक व्यक्ति ने हिंदू धर्म को सबसे अच्छे तरीके से समझा और अपने व्यवहार में लाया, तो वह महात्मा गांधी हैं. इसे हम भी मानते हैं और आरएससस एवं भाजपा के लोग भी मानते हैं... महात्मा गांधी ने अहिंसा को सबसे अच्छे तरीके से जिया. हिंदू धर्म की बुनियाद अहिंसा है. इसके बावजूद आरएसएस की विचारधारा द्वारा महात्मा गांधी को गोली क्यों मारी गई? इस बारे में आपको सोचना होगा.' उन्होंने कहा कि वह आरएसएस और भाजपा की विचारधारा के साथ कभी समझौता नहीं कर सकते.
राहुल गांधी ने जोर देकर कहा, 'देश में आरएससस और भाजपा की सरकार है. इनकी विचारधारा और हमारी विचारधारा अलग अलग हैं. कांग्रेस की विचारधारा गांधी की विचारधारा है. गोडसे और सावरकर की विचारधारा और हमारी विचारधारा में क्या फर्क है, इसे हमें समझना होगा.'
उन्होंने कहा, 'हमें नफरत के जरिये नहीं लड़ना है. नफरत हमारा औजार नहीं है, हमारा औजार प्यार है. जिस दिन हमने नफरत से लड़ना शुरू किया, उस दिन हम डर गए.'
कांग्रेस नेता ने कहा, 'आरएसएस वाले जो भ्रमित हो गए हैं, जिनके दिमाग में हिंदू धर्म के बारे में भ्रम घुस गया है. इनके दिमाग से प्यार से हमें यह भ्रम निकालना है और जो इनका डर है, उसको निकालना है और उनके भीतर प्रेम पैदा करना है. यह हमारा काम है.'