वाराणसी: सोशल मीडिया पर एक रूसी महिला का वीडियो खूब वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि वीडियो काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर चार का है. जहां रूसी महिला ने जमकर उत्पात मचाया. इस दौरान उसने दर्शनार्थियों पर फूल-माला फेंककर परेशान किया. महिला ने वहां खड़े सुरक्षाकर्मियों से भी बदसलूकी की. करीब एक घंटे तक महिला का उत्पात चलता रहा. इसके बाद उसे काबू किया गया. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया.
बता दें कि वीडियो में दिख रही महिला रूस की रहने वाली है. इसका नाम स्नो व्हाइट है. महिला सुबह ही विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर 4 पर पहुंच गई थी. इस दौरान वह दर्शन के लिए खड़े लोगों पर फूल माला फेंककर परेशान करने लगी. उसने दुकानदारों को भी खूब परेशान किया. महिला दर्शनार्थियों के हाथों से फूल-माला छीनने लगी. इस दौरान दर्शनार्थी भी भड़क गए. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने रूसी महिला को रोकने की कोशिश की. लेकिन, वह उत्पात मचाती रही. आरोप है कि महिला ने इस दौरान एक पुलिसकर्मी का गला पकड़ लिया.
मानसिक अस्पताल में कराया गया भर्ती
महिला आपे से बाहर नजर आ रही थी. चौक इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा महिला पुलिसकर्मियों के साथ गेट नंबर 4 पर पहुंचे. करीब एक घंटे तक चले इस उत्पात के बाद महिला को काबू में किया गया. इसके बाद मंदिर न्यास की एंबुलेंस से उसे पांडयेपुर स्थित मानसिक अस्पताल ले जाया गया. वहीं, इसकी सूचना सीएमओ को भी दे दी गई. सीजेएम के आदेश पर उस महिला को मानसिक अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है. जहां उसकी जांच होगी.
11 दिन के वीजा पर काशी आई है महिला
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नई दिल्ली स्थित रूसी दूतावास में इसकी सूचना दे दी गई है. दूतावास से जैसा भी उत्तर मिलता है, उसके आधार पर वाराणसी पुलिस कार्रवाई करेगी. पुलिस ने बताया कि करीब 35 वर्ष की उम्र की महिला स्नो व्हाइट कई दिनों से वाराणसी के हरिश्चंद्र घाट के किसी लॉज में रुकी हुई है. वह टूरिस्ट पासपोर्ट पर मास्को से वाराणसी आई है. इसका वीजा 11 दिनों का है. इस महिला ने 19 अक्टूबर की शाम को भी जमकर हंगामा किया था. इसके बाद दर्शनार्थियों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया था.
महिला को भेजा गया था दूतावास, आ गई वापस
वाराणसी पुलिस ने बताया कि स्नो व्हाइट ने 19 अक्टूबर की शाम को विश्वनाथ धाम के गेट नंबर 4 पर ही जमकर हंगामा किया था. पुलिसकर्मियों के साथ उस दिन भी बदसलूकी की थी. उसके कदम और जुबान दोनों लड़खड़ा रहे थे. पुलिस की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद उसे पकड़कर उपचार के लिए मंडलीय अस्पताल ले जाया गया था. उसने ठीक होने के बाद बताया कि मेरा दम घुट रहा था. उसने डॉक्टरों को बताया कि धुंआ और गाड़ियों के शोर से उसे उलझन होने लगी थी. वहीं, बीते दिनों महिला के बवाल को देखकर सुरक्षा व्यवस्था के साथ उसे दूतावास भेजा गया था. लेकिन, वह दिल्ली से वापस बनारस आ गई थी.
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