रवि दहिया दो साल रहे घर से दूर, अब मेडल लेकर जाएंगे घर
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नई दिल्ली : टोक्यो ओलंपिक में 57 किलो वर्ग की कुश्ती प्रतियोगिता में रजत पदक जीतने वाले रवि कुमार दहिया ने बताया कि ओलंपिक का अनुभव काफी अच्छा रहा. पहली बार इतने बड़े स्टेज पर परफॉर्म करने से आत्मविश्वास भी बढ़ा है. परफॉर्मेंस को लेकर दहिया ने कोचिंग और सपोर्ट स्टाफ को धन्यवाद दिया. उन्होंने बताया कि कोच ने जो सिखाया था उन्होंने उसे रेसलिंग के मैट पर करने की कोशिश की, जिसमें वह सफल हुए. ओलंपिक की तैयारियों को लेकर फेडरेशन ने भी पूरा सहयोग किया. उन्हें भरोसा था कि रेसलिंग ऐसा खेल है, जिसमें देश को मेडल मिल सकता है. पिछले दो साल से कोरोना की वजह से जब स्टेडियम बंद थे उस समय भी रवि दहिया छत्रसाल स्टेडियम के हॉस्टल के कमरे में ना सिर्फ क्वारंटाइन थे, बल्कि कुछ साथियों के साथ ओलंपिक की तैयारी कर रहे थे. टोक्यो ओलंपिक से पहले पोलैंड में एक टूर्नामेंट के बाद करीब ढाई महीने तक रूस में रहकर रवि दहिया ने ओलंपिक की तैयारी की थी. इसके बाद वह पूरी टीम के साथ टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने पहुंचे थे. टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों के चलते रवि दहिया पिछले लगभग दो साल से परिवार से दूर हैं. उन्होंने बस तैयारियों पर फोकस रखा है. अब रवि 18 अगस्त को छुट्टी पर गांव जा रहे हैं. कुछ दिन परिवार के साथ ही बिताएंगे. इसके बाद में आगामी टूर्नामेंट की तैयारी में दोबारा से जुट जाएंगे.
Last Updated : Aug 12, 2021, 7:45 PM IST