ETV Bharat / state

बीजेपी-कांग्रेस सबसे नाराज हैं यमुनानगर के इस गांव के ग्रामीण

ग्रामीणों में इस बात को लेकर भी रोष है कि आज तक किसी भी सांसद ने गांव की तरफ रुख नहीं किया. गांव में ना तो आज तक रतन लाल कटारिया आए और ना ही कांग्रेस की प्रत्याशी कुमारी सैलजा. यही नहीं ग्रामीणों ने नेताओं के आश्वासन और उनके वादों की हकीकत से भी रूबरू करवाया.

गांव दामड़ा के ग्रामीणों से बातचीत करती हुई ईटीवी भारत की संवाददाता रजनी सोनी
author img

By

Published : Apr 22, 2019, 1:31 PM IST

Updated : Apr 22, 2019, 3:14 PM IST

यमुनानगर: लोकसभा चुनाव 2019 की महाकवरेज करने के लिए हमारी टीम प्रदेश के चप्पे-चप्पे पर तैनात है. ETV भारत हरियाणा की टीम प्रदेश के कौने-कौने से हम आम जन की आवाज आप पहंचा रहे हैं. इसी कड़ी में हमारी टीम 'मेरा वोट, मेरा अधिकार' कार्यक्रम के तहत पहुंची है यमुनानगर के गांव दमड़ा में. जहां हमारी टीम के साथ ग्रामीणों ने अपनी राय साझा की.

दमड़ा के ग्रामीणों का एक मत से मानना है कि सभी को वोट देना चाहिए, वोट देना सभी का अधिकार है, लेकिन वोट की सोच समझकर और योग्य नेता को ही देना चाहिए. गांव में समस्याएं भी हैं. ग्रामीण गांव में मौजूद डेयरी कॉप्लेक्स के काम काज से भी परेशान हैं.

'मांगें बहुत हैं, लेकिन पूरी नहीं है'
इस गांव में मौजूद पाल बिरादरी के लोगों का कहना है कि उन्हें सभी से भरोसा मिलता है कि गड़रिया समाज को एससी/एसटी एक्ट में शामिल किया जाएगा, लेकिन कभी उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया. यहां तक कि किसी पार्टी ने इस मांग को घोषणा पत्र में शामिल भी नहीं किया. यही नहीं ग्रामीणों का कहना है कि आधारभूत सुविधाएं भी पूरी नहीं कि गई हैं. गांव में सड़कों की समस्या भी है. सरकार से मांग की जाती है, लेकिन अभी तक विकास कार्य कागजों में ही है. हालांकि सरकार ने चुनाव के बाद काम पूरा करने का आश्वासन भी दिया गया है.

'सांसद तो आते ही नहीं है'
ग्रामीणों का कहना है कि हम वोट तो उन्हें ही देंगे जो विकास कार्य करवाए. गांव के लिए भला सोचने वाले को ही हम अपना नेता बनवाएंगे. हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि सरकार केंद्र में बनानी है इसलिए वोट तो पार्टी को देख कर देंगे. ग्रामीणों में इस बात को लेकर भी रोष है कि आज तक किसी भी सांसद ने गांव की तरफ रुख नहीं किया. गांव में ना तो आज तक रतन लाल कटारिया आए और ना ही कांग्रेस की प्रत्याशी कुमारी सैलजा.

पूरी रिपोर्ट देखिए-

गांव दामड़ा के ग्रामीणों ने ईटीवी भारत की टीम के साथ साझा की लोकसभा चुनाव को लेकर प्रतिक्रिया.

यमुनानगर: लोकसभा चुनाव 2019 की महाकवरेज करने के लिए हमारी टीम प्रदेश के चप्पे-चप्पे पर तैनात है. ETV भारत हरियाणा की टीम प्रदेश के कौने-कौने से हम आम जन की आवाज आप पहंचा रहे हैं. इसी कड़ी में हमारी टीम 'मेरा वोट, मेरा अधिकार' कार्यक्रम के तहत पहुंची है यमुनानगर के गांव दमड़ा में. जहां हमारी टीम के साथ ग्रामीणों ने अपनी राय साझा की.

दमड़ा के ग्रामीणों का एक मत से मानना है कि सभी को वोट देना चाहिए, वोट देना सभी का अधिकार है, लेकिन वोट की सोच समझकर और योग्य नेता को ही देना चाहिए. गांव में समस्याएं भी हैं. ग्रामीण गांव में मौजूद डेयरी कॉप्लेक्स के काम काज से भी परेशान हैं.

'मांगें बहुत हैं, लेकिन पूरी नहीं है'
इस गांव में मौजूद पाल बिरादरी के लोगों का कहना है कि उन्हें सभी से भरोसा मिलता है कि गड़रिया समाज को एससी/एसटी एक्ट में शामिल किया जाएगा, लेकिन कभी उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया. यहां तक कि किसी पार्टी ने इस मांग को घोषणा पत्र में शामिल भी नहीं किया. यही नहीं ग्रामीणों का कहना है कि आधारभूत सुविधाएं भी पूरी नहीं कि गई हैं. गांव में सड़कों की समस्या भी है. सरकार से मांग की जाती है, लेकिन अभी तक विकास कार्य कागजों में ही है. हालांकि सरकार ने चुनाव के बाद काम पूरा करने का आश्वासन भी दिया गया है.

'सांसद तो आते ही नहीं है'
ग्रामीणों का कहना है कि हम वोट तो उन्हें ही देंगे जो विकास कार्य करवाए. गांव के लिए भला सोचने वाले को ही हम अपना नेता बनवाएंगे. हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि सरकार केंद्र में बनानी है इसलिए वोट तो पार्टी को देख कर देंगे. ग्रामीणों में इस बात को लेकर भी रोष है कि आज तक किसी भी सांसद ने गांव की तरफ रुख नहीं किया. गांव में ना तो आज तक रतन लाल कटारिया आए और ना ही कांग्रेस की प्रत्याशी कुमारी सैलजा.

पूरी रिपोर्ट देखिए-

गांव दामड़ा के ग्रामीणों ने ईटीवी भारत की टीम के साथ साझा की लोकसभा चुनाव को लेकर प्रतिक्रिया.
Intro:Body:

यमुनानगर: लोकसभा चुनाव 2019 की महाकवरेज करने के लिए हमारी टीम प्रदेश के चप्पे-चप्पे पर तैनात है. ETV भारत हरियाणा की टीम प्रदेश के कौने-कौने से हम आम जन की आवाज आप पहंचा रहे हैं. इसी कड़ी में हमारी टीम 'मेरा वोट, मेरा अधिकार' कार्यक्रम के तहत पहुंची है यमुनानगर के गांव दमड़ा में. जहां हमारी टीम के साथ ग्रामीणों ने अपनी राय साझा की.



दमड़ा के ग्रामीणों का एक मत से मानना है कि सभी को वोट देना चाहिए, वोट देना सभी का अधिकार है, लेकिन वोट की सोच समझकर और योग्य नेता को ही देना चाहिए. गांव में समस्याएं भी हैं. ग्रामीण गांव में मौजूद डेयरी कॉप्लेक्स के काम काज से भी परेशान हैं.



मांगें बहुत हैं, लेकिन पूरी नहीं है

इस गांव में मौजूद पाल बिरादरी के लोगों का कहना है कि उन्हें सभी से भरोसा मिलता है कि गड़रिया समाज को एससी/एसटी एक्ट में शामिल किया जाएगा, लेकिन कभी उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया. यहां तक कि किसी पार्टी ने इस मांग को घोषणा पत्र में शामिल भी नहीं किया. यही नहीं ग्रामीणों का कहना है कि आधारभूत सुविधाएं भी पूरी नहीं कि गई हैं. गांव में सड़कों की समस्या भी है. सरकार से मांग की जाती है, लेकिन अभी तक विकास कार्य कागजों में ही है. हालांकि सरकार ने चुनाव के बाद काम पूरा करने का आश्वासन भी दिया गया है.



सांसद तो आते ही नहीं है

ग्रामीणों का कहना है कि हम वोट तो उन्हें ही देंगे जो विकास कार्य करवाए. गांव के लिए भला सोचने वाले को ही हम अपना नेता बनवाएंगे. हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि सरकार केंद्र में बनानी है इसलिए वोट तो पार्टी को देख कर देंगे. ग्रामीणों में इस बात को लेकर भी रोष है कि आज तक किसी भी सांसद ने गांव की तरफ रुख नहीं किया. गांव में ना तो आज तक रतन लाल कटारिया आए और ना ही कांग्रेस की प्रत्याशी कुमारी सैलजा.

 


Conclusion:
Last Updated : Apr 22, 2019, 3:14 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.