यमुनानगर: स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 में यमुनानगर नगर निगम को पहली कामयाबी मिली है. यमुनानगर को ओडीएफ प्लस-प्लस यानी खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया है. इसके लिए जनवरी के प्रथम सप्ताह में भारत सरकार की ओर से थर्ड पार्टी निरीक्षण किया गया था. ये निरीक्षण स्थानीय निगम अधिकारियों को बताए बिना गुपचुप तरीके से किया गया था.
निरीक्षण में शहर के 56 सार्वजनिक शौचालय में से 10 का निरीक्षण किया गया था. निरीक्षण में 10 में से 6 सार्वजनिक शौचालयों को साफ और चार को बहुत उत्तम माना गया है. पिछले साल निगम को ओडीएफ प्लस घोषित किया गया था. इस बार ओडीएफ प्लस-प्लस घोषित किया गया. इस कामयाबी से स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 में नगर निगम को 500 अंक मिलेंगे.
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निरीक्षण के दौरान एसटीपी परवालो (24 एमएलडी) और एसटीपी जम्मू कॉलोनी (25 एमएलडी) की व्यवस्था जांची गई. दोनों एसटीपी को ओडीएफ प्लस-प्लस घोषित किया गया. इसके बाद रामपुरा, प्रोफेसर कॉलोनी, टेगौर गार्डन, आजाद नगर, सहारनपुर रोड, कैंप एरिया, औद्योगिक क्षेत्र, खेड़ा मौहल्ला, लेबर कॉलोनी और जगाधरी बस स्टैंड के शौचालयों का निरीक्षण किया गया था. इनमें 6 शौचालयों को साफ और चार को बहुत उत्कृष्ट घोषित किया गया. इनमें रामपुरा, आजाद नगर, औद्योगिक क्षेत्र और जगाधरी बस स्टैंड के शौचालय को बेस्ट शौचालय घोषित किया गया.
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बता दें कि यमुनानगर शहर की कुल जनसंख्या 2,16,677 है. यहां 15 सामुदायिक शौचालय और 56 सार्वजनिक शौचालय है. 19 सर्वश्रेष्ठ शौचालय है. साल 2020 में यमुनानगर को ओडीपीएफ प्लस माना गया था. इसके बाद नगर निगम मेयर मदन चौहान, आयुक्त धर्मवीर सिंह और कार्यकारी अधिकारी अरुण कुमार के निशा-निर्देशों पर स्वच्छता को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया. इसी की नतीजा है कि यमुनानगर को ओडीएफ प्लस-प्लस घोषित किया गया है.
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