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Haryana Jobs Scam: स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर 30 लाख की ठगी, सिविल अस्पताल की सीनियर नर्स गिरफ्तार

यमुनानगर स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी (Yamunagar Jobs Scam) करने का भंडाफोड़ हुआ है. इस मामले में खुद सिविल सर्जन ने पुलिस को शिकायत दी. शिकायत के आधार पर यमुनानगर सिविल अस्पताल की स्टाफ नर्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

Yamunanagar Civil Hospital
job fraud in yamunanagar
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Published : May 24, 2023, 10:19 AM IST

यमुनानगर: हरियाणा के यमुनानगर जिले में स्वास्थ्य विभाग (Yamunanagar Health Department) में नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों से ठगी करने का एक बड़ा मामला सामने आया है. इस मामले में यमुनानगर सिविल अस्पताल की स्टाफ नर्स इंदू बाला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस ठगी में उसके साथ शामिल अन्य आरोपियों के बारे में पूछताछ की जा रही है. बताया जा रहा है कि आरोपी ने कई लोगों से फोर्थ क्लास की नौकरी लगवाने के नाम पर करीब 30 लाख रुपये लिये थे.

यमुनानगर सिविल अस्पताल के चौकी इंचार्ज और जांच अधिकारी अजय ने बताया कि मामला दर्ज होने के बाद जांच की गई. जांच में पाया गया कि आरोपी स्टाफ नर्स इंदु बाला ने जठलाना निवासी एक ज्योति नाम की महिला को 2022 में 2 लाख रुपये लेकर नौकरी पर लगवाया था. इसके अलावा उसने उसे झांसा दिया था कि अस्पताल की नई बिल्डिंग बन रही है, जिसमें और भी चतुर्थ श्रेणी स्टाफ की जरूरत पड़ेगी. जिसके बाद ज्योति के जरिए इंदु बाला ने और भी कई लोंगों को पैसे लेकर और मेडिकल ऑफिसर की फर्जी मुहर लगाकर फर्जी जॉइनिंग लेटर दिया था.

ये भी पढ़ें- देश के 23 राज्यों में नौकरी के नाम पर फ्रॉड करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, हरियाणा में 5 गिरफ्तार

16 मई को नौकरी के नाम पर ठगी के शिकार हुए लोगों ने सिविल सर्जन कार्यालय पर प्रदर्शन किया था. इस मामले में सिविल सर्जन को भी शिकायत दी गई थी. अगले दिन 17 मई को जिले में सीएम का कार्यक्रम होना था. ऐसे में प्रशासन को भी ये खतरा था कि ये लोग सीएम के पास जा सकते हैं. जिस पर सिविल सर्जन डॉक्टर मनजीत सिंह ने यमुनानगर शहर थाने में शिकायत दी. शिकायत के आधार पर स्टाफ नर्स इंदू, पूर्व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी गगन, बिजली निगम के कर्मचारी जठलाना निवासी राजेश शर्मा पर केस दर्ज हुआ था. बताया जा रहा है कि नौकरी लगवाने के नाम पर इंदु बाला 30 लाख रुपये ले चुकी है.

गिरफ्तार आरोपी नर्स इंदु बाला 15 साल से यमुनानगर सिविल अस्पताल में काम कर रही है. गिरफ्तारी के बाद वो फूट-फूटकर रोने लगी. आरोपी का कहना है कि उसे बिना जांच किए ही गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी इंदु बाला ने कहा कि वो 2008 से इसी अस्पताल में स्टाफ नर्स के तौर पर काम कर रही है. वो हॉस्पिटल में सबसे सीनियर है. 16 मई को कुछ लोगों के प्रदर्शन के दबाव में आकर सिविल सर्जन ने उसे बुलाया और मामले में पूछताछ की. उसके बाद सीधा उसके खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया गया.

पीड़ितों का कहना है कि स्टाफ नर्स इंदू के साथ एक महिला काम करती है. इस महिला से उन्हें पता लगा था कि अस्पताल में नया भवन बन रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती किये जायेंगे. जिसके बाद वो स्टाफ नर्स से मिले थे. जिसने पांच लाख रुपये की मांग की थी. उसे पैसा दे दिया था. इसी तरह से उसने अलग-अलग 15 लोगों से पैसा ले रखा था. चौकी इंचार्ज अजय के मुताबिक गारंटी के तौर पर इंदु बाला ने अपने पति के नाम से ठगी के शिकार हुए लोगों को 28 लाख रुपये के चेक भी दिए हुए थे. जांच अधिकारी ने बताया कि फिलहाल आरोपी को कोर्ट में पेशकर 2 दिन की रिमांड पर लिया गया है.

ये भी पढ़ें- रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में असिस्टेंट की नौकरी लगाने के नाम पर ठगी, दंपति से ठग लिए 23 लाख 60 हजार

यमुनानगर: हरियाणा के यमुनानगर जिले में स्वास्थ्य विभाग (Yamunanagar Health Department) में नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों से ठगी करने का एक बड़ा मामला सामने आया है. इस मामले में यमुनानगर सिविल अस्पताल की स्टाफ नर्स इंदू बाला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस ठगी में उसके साथ शामिल अन्य आरोपियों के बारे में पूछताछ की जा रही है. बताया जा रहा है कि आरोपी ने कई लोगों से फोर्थ क्लास की नौकरी लगवाने के नाम पर करीब 30 लाख रुपये लिये थे.

यमुनानगर सिविल अस्पताल के चौकी इंचार्ज और जांच अधिकारी अजय ने बताया कि मामला दर्ज होने के बाद जांच की गई. जांच में पाया गया कि आरोपी स्टाफ नर्स इंदु बाला ने जठलाना निवासी एक ज्योति नाम की महिला को 2022 में 2 लाख रुपये लेकर नौकरी पर लगवाया था. इसके अलावा उसने उसे झांसा दिया था कि अस्पताल की नई बिल्डिंग बन रही है, जिसमें और भी चतुर्थ श्रेणी स्टाफ की जरूरत पड़ेगी. जिसके बाद ज्योति के जरिए इंदु बाला ने और भी कई लोंगों को पैसे लेकर और मेडिकल ऑफिसर की फर्जी मुहर लगाकर फर्जी जॉइनिंग लेटर दिया था.

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16 मई को नौकरी के नाम पर ठगी के शिकार हुए लोगों ने सिविल सर्जन कार्यालय पर प्रदर्शन किया था. इस मामले में सिविल सर्जन को भी शिकायत दी गई थी. अगले दिन 17 मई को जिले में सीएम का कार्यक्रम होना था. ऐसे में प्रशासन को भी ये खतरा था कि ये लोग सीएम के पास जा सकते हैं. जिस पर सिविल सर्जन डॉक्टर मनजीत सिंह ने यमुनानगर शहर थाने में शिकायत दी. शिकायत के आधार पर स्टाफ नर्स इंदू, पूर्व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी गगन, बिजली निगम के कर्मचारी जठलाना निवासी राजेश शर्मा पर केस दर्ज हुआ था. बताया जा रहा है कि नौकरी लगवाने के नाम पर इंदु बाला 30 लाख रुपये ले चुकी है.

गिरफ्तार आरोपी नर्स इंदु बाला 15 साल से यमुनानगर सिविल अस्पताल में काम कर रही है. गिरफ्तारी के बाद वो फूट-फूटकर रोने लगी. आरोपी का कहना है कि उसे बिना जांच किए ही गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी इंदु बाला ने कहा कि वो 2008 से इसी अस्पताल में स्टाफ नर्स के तौर पर काम कर रही है. वो हॉस्पिटल में सबसे सीनियर है. 16 मई को कुछ लोगों के प्रदर्शन के दबाव में आकर सिविल सर्जन ने उसे बुलाया और मामले में पूछताछ की. उसके बाद सीधा उसके खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया गया.

पीड़ितों का कहना है कि स्टाफ नर्स इंदू के साथ एक महिला काम करती है. इस महिला से उन्हें पता लगा था कि अस्पताल में नया भवन बन रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती किये जायेंगे. जिसके बाद वो स्टाफ नर्स से मिले थे. जिसने पांच लाख रुपये की मांग की थी. उसे पैसा दे दिया था. इसी तरह से उसने अलग-अलग 15 लोगों से पैसा ले रखा था. चौकी इंचार्ज अजय के मुताबिक गारंटी के तौर पर इंदु बाला ने अपने पति के नाम से ठगी के शिकार हुए लोगों को 28 लाख रुपये के चेक भी दिए हुए थे. जांच अधिकारी ने बताया कि फिलहाल आरोपी को कोर्ट में पेशकर 2 दिन की रिमांड पर लिया गया है.

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