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यमुनानगर: पैरोल पूरी करने के बाद भी जेल नहीं लौटा आरोपी, ढ़ाई साल बाद पुलिस ने पकड़ा

पैरोल पर भागे हुए आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पैरोल पूरी होने के बावजूद आरोपी वापस नहीं आया तो पुलिस ने उसे भगौड़ा घोषित कर दिया था.

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Published : Sep 2, 2019, 12:23 PM IST

police arrested accused who ran on parole

यमुनानगर: पैरोल पर भागे हुए आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी का नाम कर्मवीर उर्फ काला है. पैरोल पूरी होने के बावजूद आरोपी वापस नहीं आया तो पुलिस ने उसे भगौड़ा घोषित कर दिया था. जिसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी थी.

आरोपी को 13 दिसंबर 2016 में पैरोल मिली थी और उसे 21 जनवरी 2017 को वापस जेल आना था. लेकिन आरोपी ने पैरोल को मौका समझकर फरार हो गया और तीन सालों से ठिकानें बदल-बदल कर रह रहा था.

पैरोल पर भागे आरोपी को पुलिस ने पकड़ा, क्लिक कर देखें वीडियो

ऐसे पकड़ा गया आरोपी

सीआईए वन इंचार्ज इंस्पेक्टर महावीर सिंह ने बताया कि नाइट डोमिनेशन के दौरान जब वो नाकाबंदी कर रहे थे, तभी उन्हें एक संदिग्ध व्यक्ति के आने की सूचना मिली. जिस पर उन्होंने तिकोनी चौक छछरौली की तरफ आ रहे संदिग्ध से पूछताछ की जो कर्मवीर उर्फ काला निकला. जो पैरोल पूरी करने के बाद वापस जेल नहीं लौटा था. सीआईए वन की टीम ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है.

ये भी जाने: रंजीत मर्डर केस: वकील ने गवाही देने से किया इनकार, अगली सुनवाई 7 सितंबर

इस मामले का आरोपी है कर्मवीर

आपको बता दें कि आरोपी कर्मवीर ने 2013 में मुंशी नाम के व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी और ये हत्या उसने शराब पीते समय की थी. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. कोर्ट ने 2015 में आरोपी को 20 साल की सजा सुनाई थी. जिसके बाद वह पैरोल का फायदा उठाकर भाग गया था.

यमुनानगर: पैरोल पर भागे हुए आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी का नाम कर्मवीर उर्फ काला है. पैरोल पूरी होने के बावजूद आरोपी वापस नहीं आया तो पुलिस ने उसे भगौड़ा घोषित कर दिया था. जिसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी थी.

आरोपी को 13 दिसंबर 2016 में पैरोल मिली थी और उसे 21 जनवरी 2017 को वापस जेल आना था. लेकिन आरोपी ने पैरोल को मौका समझकर फरार हो गया और तीन सालों से ठिकानें बदल-बदल कर रह रहा था.

पैरोल पर भागे आरोपी को पुलिस ने पकड़ा, क्लिक कर देखें वीडियो

ऐसे पकड़ा गया आरोपी

सीआईए वन इंचार्ज इंस्पेक्टर महावीर सिंह ने बताया कि नाइट डोमिनेशन के दौरान जब वो नाकाबंदी कर रहे थे, तभी उन्हें एक संदिग्ध व्यक्ति के आने की सूचना मिली. जिस पर उन्होंने तिकोनी चौक छछरौली की तरफ आ रहे संदिग्ध से पूछताछ की जो कर्मवीर उर्फ काला निकला. जो पैरोल पूरी करने के बाद वापस जेल नहीं लौटा था. सीआईए वन की टीम ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है.

ये भी जाने: रंजीत मर्डर केस: वकील ने गवाही देने से किया इनकार, अगली सुनवाई 7 सितंबर

इस मामले का आरोपी है कर्मवीर

आपको बता दें कि आरोपी कर्मवीर ने 2013 में मुंशी नाम के व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी और ये हत्या उसने शराब पीते समय की थी. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. कोर्ट ने 2015 में आरोपी को 20 साल की सजा सुनाई थी. जिसके बाद वह पैरोल का फायदा उठाकर भाग गया था.

Intro:एंकर यमुनानगर पुलिस की अपराध शाखा सीआईए वन ने किया पेरोल जम्पर को अरेस्ट।नाईट डोमिनेशन के दौरान किया अरेस्ट ।कर्मवीर उर्फ काला हत्या के आरोप में हुई थी 20 साल को सजा।13 दिसम्बर 2016 को आया था पेरोल पर ,21 जनवरी 2017 को वापिस जाना था जेल।लेकिन कर्मवीर पेरोल के बाद नही गया जैल।2018 में हो गया था भगोड़ा घोषित।पौने 3 साल से ठिकाने बदल बदल कर रह रहा था।2013 में छछरौली एरिया के मुंशी नाम के व्यक्ति की थी हत्या।सीआईए वन की टीम ने आज कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।
Body:वीओ सीआईए वन इंचार्ज इंस्पेक्टर महावीर सिंह ने बताया कि नाइट डोमिनेशन के दौरान जब वह छछरौली के पास नाकाबंदी कर रहे थे तभी उन्हें एक संदिग्ध व्यक्ति की आने की सूचना मिली जिस पर उन्होंने तिकोनी चौक छछरौली की तरफ आ रहे संदिग्ध से पूछताछ की तो कर्मवीर उर्फ काला निकला जो पेरोल पे आया था और लगभग पौने तीन साल पहले फरार हो गया था।

वीओ सीआईए वन इंचार्ज इंस्पेक्टर महावीर सिंह ने बताया कि आरोपी कर्मवीर हत्या के मामले में सजा काट रहा था और हत्या के मामले में 20 साल की सजा हुई थी।13 दिसंबर 2016 में फरलो पर आया था और 21 जनवरी 2017 को वापस जेल जाना था । लेकिन वह वापस जेल नहीं गया और पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के लिए प्रयास किए, लेकिन वह हाथ नहीं लगा। 2018 में आरोपी को भगोड़ा घोषित कर दिया गया था ।पौने तीन साल बाद सीआईए वन की टीम ने आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। 2013 में कर्मवीर ने अपने साथी लकी व तेजवीर के साथ मिलकर शेरपुर निवासी मुंशी नाम के व्यक्ति की छछरौली में शराब पीते समय पीटकर हत्या की थी। आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। और 2015 में उन्हें 20 साल की सजा हुई थी। दिसंबर 2016 में छुट्टी आया, लेकिन वापस नहीं गया। उसके बाद 2018 में उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था। स्थान बदलकर रहता था आरोपी कर्मवीर 2016 से जब परोल पर आया उसके बाद से ही वह स्थान बदलकर रह रहा था । कभी वह यूपी में रहता था तो कभी चंडीगढ़ में रहता था ।


बाइट इंस्पेक्टर महावीर सिंह इंचार्ज सीआईए वन
Conclusion:
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