यमुनानगर: कोरोना वैश्विक महामारी की मार हर कोई झेल रहा है. स्कूली छात्र छात्राओं की शिक्षा पर भी इसका खासा असर पड़ रहा है. इसी को लेकर शिक्षा मंत्री का कहना है कि 11वीं और 12वीं की कक्षाओं को लेकर एक विचार है कि अगर एक कक्षा में 30 छात्र हैं तो एक दिन 15 छात्र और फिर दूसरे दिन 15 छात्रों को बुलाया जाए.
इसी प्रकार, अगर 50 छात्र हैं तो उसे तीन हिस्सों में बांट कर बुलाया जा सकता है. बाकी जैसे सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजर, जो और भी नियम होंगे सबकी पालना की जाएगी, लेकिन ये सिर्फ एक विचार है जिसे विशेषज्ञों की राय के बाद लागू किया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि अगर ये सिस्टम सफल होता है तो उसके बाद 9वीं और 10वीं का विचार करेंगे. ये स्टेप बाय स्टेप शुरू करना चाहते हैं, लेकिन ये केवल अभी एक विचार है और विशेषज्ञों की राय के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
गौरतलब है कि हरियाणा में लॉकडाउन के बाद से ही शिक्षण संस्थान बंद हैं. इससे बच्चों की पढ़ाई का काफी नुकसान हो रहा है. साथ ही अभी कोरोना पर लगाम भी नहीं लगी है, तो सरकार ऐसे विकल्प ढूंढ रही है, जिससे छात्र-छात्राओं की पढ़ाई शुरू हो सके और उन्हें कोरोना के संक्रमण से बचाया भी जा सके.