यमुनानगर: शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने एसवाईएल मुद्दे पर कहा कि हम कानून बनाने वाले लोग हैं और विधायिका जो है,वो कानून बनाती है, मुख्यमंत्री जो है वो हाउस का नेता है तो उसकी ड्यूटी बनती है कि जो नियम बने है उसका वो खुद भी पालन करे और करवाए भी.
'कानून मानना हमारी जिम्मेदारी'
उन्होंने कहा कि अगर किसी नियम की व्याख्या सुप्रीम कोर्ट ने कर दी और उसने हरियाणा के हक में एक निर्णय दिया है तो ये सरकार की जिम्मेदारी बनती है. कंवर पाल ने कहा सारी चीजे वोट के लिए नहीं है कि मुझे इसके लिए वोट मिलेगा या नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि नियम और कानून को मानना हमारी जिम्मेदारी है.
'पंजाब सरकार को मानना चाहिए सुप्रीम कोर्ट का फैसला'
उन्होंने ये भी कहा कि जो लोगों से नियम का पालन करवाने वाला है, जब वही नियम मानना बंद कर दे, तो फिर वो मनवाएंगे किससे. कंवर पाल ने कहा कि मेरा तो यही कहना है कि पंजाब सरकार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मिलकर इंप्लीमेंट करना चाहिए.
'सबको मिल बैठकर करना चाहिए समस्या का समाधान'
पाकिस्तान जाने वाले पानी पर बोलते हुए कंवर पाल ने कहा कि जो पानी पाकिस्तान चला जाता है, उससे नुकसान हो रहा है. यहां पानी की ज्यादा जरूरत है और हक भी है. इसलिए सबको मिल-बैठकर समस्या का समाधान करना चाहिए. हरियाणा के हिस्से का पानी हरियाणा को देना चाहिए.
'भाई का हक मारने वाले का होता है बुरा'
वहीं उन्होंने ये भी कि कहा कि जो हक है वो मिलकर रहेगा. इस पर बहानेबाजी हो सकती है, देर हो सकती है, लेकिन देरी करने से कोई लाभ नहीं है. कंवर पाल ने ये भी कहा कि दोनों प्रदेश आपस में भाई है. पंजाब को भाईचारे का संदेश देना चाहिए. उन्होंने कहा कि वैसे भी भाई का हक मारने वाले का बुरा ही होता है.
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