यमुनानगर: हरियाणा-हिमाचल सीमा पर पोंटा साहिब में रविवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें हरियाणा के वन पर्यावरण एवं शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर, हिमाचल के वन एवं ऊर्जा मंत्री चौधरी सुखराम और महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज मुख्य रूप से शामिल हुए. इस मौके पर जहां हरि यमुना सहयोग समिति द्वारा हरि यमुना पथ पर पौधारोपण करवाया गया वहीं पोंटा साहिब से प्रयागराज तक यमुना किनारे पैदल चलने के लिए रास्ता जिसे हरी यमुना पथ कहा जाएगा, उसे तैयार करने का भी निर्णय लिया गया है.
इस दौरान हरियाणा के वन मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि हरियाणा की सुख समृद्धि में यमुना का भारी योगदान है. यमुना और गंगा में प्रदूषण को समाप्त करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से लोगों में पहले से यमुना के प्रति श्रद्धा कम हुई है, लोग गंदगी डाल रहे हैं. पहले जैसी श्रद्धा फिर बने इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं. वहीं हिमाचल के वन एवं ऊर्जा मंत्री चौधरी सुखराम ने कहा कि यमुना तट से वृक्षारोपण का कार्य शुरू किया गया है. उन्होंने कहा कि हिमाचल ऐसा प्रदेश है जहां 62% जगह पर वृक्षारोपण हुआ है.
ये भी पढ़ें: मिलिए हरियाणा के सुखराम गोताखोर से, 35 साल से बचा रहे हैं डूबते लोगों की जिंदगी
वहीं कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि यमुनोत्री से शुरू होकर यमुना धरा पर यहां पहुंचती है. पोंटा साहिब से प्रयागराज तक हरी यमुना पथ तैयार करने की योजना की शुरुआत हो चुकी है. उन्होंने कहा कि हिमाचल, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में भी इस तरह के प्रयास किए जाएंगे ताकि लोगों में और श्रद्धा बढ़े. उन्होंने कहा कि जैसा स्वरूप नर्मदा जी का है वैसा ही स्वरूप यमुना जी का भी होगा.