यमुनानगर: हरियाणा के वन मंत्री कंवरपाल गुर्जर की सोच जल्द ही कानूनी तौर पर लागू होने जा रही है. दरअसल, वन मंत्री ने यमुनानगर के हथिनी कुंड बैराज पर एक कार्यक्रम के दौरान बुजुर्ग पेड़ों की पेंशन लगाने के बारे में अपने विचार साझा किए थे.
उन्होंने कहा था कि उनकी सोच है कि जो पेड़ बुजुर्ग हो चुके हैं, क्यों ना उनकी पेंशन लगा दी जाए ताकि बुजुर्ग पेड़ों का रखरखाव अच्छे से किया जा सके. कंवरपाल गुर्जर की इस सोच को वन विभाग ने कानूनी रूप देना शुरू कर दिया है.
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यमुनानगर के वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि वन भवन से निर्देश आए हैं कि ऐसे पेड़ों को चिन्हित किया जाए, जो 70 साल से पुराने हो चुके हैं. जिस पर रेंज अधिकारियों को इनकी सूची बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. उन्होंने बताया कि इसमें सफेदा और बकैन जैसे पौधों को शामिल नहीं किया जाएगा, बल्कि बड़, पीपल, पिलखन, आम, जमोया, नीम, शीशम, कीकर जैसी प्रजातियों को इसमें शामिल किया जाएगा.
वन विभाग की टीम ने शुरू किया काम
वन अधिकारी ने बताया कि गांव-गांव जाकर टीम बुजुर्ग पेड़ों को चिन्हित कर रही है. वही जंगलों में भी बुजुर्ग पेड़ों को चिन्हित किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कई मंदिरों में भी ऐसे बुजुर्ग पेड़ खड़े हैं, जो 70 साल से पुराने हो चुके हैं.