हिसार: हरियाणा में लगातार हो रही भारी बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं की फसलों को काफी ज्यादा नुकसान हो गया है. राज्य के हिसार, रेवाड़ी, चरखी दादरी, फतेहाबाद में भारी ओलावृष्टि से किसानों की फसलों पर मार पड़ी है. हिसार जिले में 50 से अधिक गांवों में ओलावृष्टि होने से किसानों की फसलों का नुकसान हुआ है. चरखी दादरी में 15 गांवों में 6 हजार एकड़ में और फतेहाबाद के 13 गांव में किसानों की सरसों व बागवानी फसलों का नुकसान हुआ है.
कहां कितना हुआ नुकसान: हिसार में कृषि विभाग ने सरसों की 25 फीसदी फसल के नुकसान की रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी है. हिसार के नारनौंद में सबसे अधिक 82350 एकड़ गेहूं और 7750 एकड़ में सरसों की फसल को नुकसान हुआ है. प्रदेश सरकार के आदेशों के बाद कृषि विभाग ने उच्च अधिकारियों को अपनी रिपोर्ट भेजी है. किसान 31 दिसंबर तक अपना बीमा करवा सकते हैं. सरसों के लिए किसान 311.85 रुपये और गेहूं के लिए 464.63 रुपये प्रीमियम राशि लगती है. जिस किसानों ने फसल बीमा करवा रखा है, वह टोल फ्री नंबर 14447 या क्रॉप इंश्योरेंस एप पर अपनी फसल के नुकसान की जानकारी दर्ज करवा सकते हैं. इसके लिए किसान के पास अपने बीमा का पॉलिसी नंबर होना चाहिए. एप पर खेती की फोटो भी अपलोड करवाई जा सकती है.
किसानों को भारी नुकसान: अखिल भारतीय किसान सभा से शमशेर नंबरदार, सतीश सूबे सिंह बूरा ने कहा कि हिसार में आदमपुर व नारनौंद में ओलावृष्टि होने से किसानों की फसलों का नुकसान हुआ है. गेहूं व सरसों की फसलों को 50-70 फीसदी तक नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि इसको लेकर जल्द ही अधिकारियों को ज्ञापन दिए जाएंगे. आदमपुर के किसान रमेश सुधीर कुमार, रामानंद ने कहा कि ओलावृष्टि होने से उसकी सरसों व गेहूं की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. ऐसे में सरकार को प्रति एकड़ के हिसाब से किसानों को मुआवजा दिया जाना चाहिए.
मुआवजे की मांग: विधायक चंद्र प्रकाश ने हरियाणा सरकार से किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा दिए जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि आज किसानों के हालात ठीक नहीं है. किसान कर्ज लेकर खेती करता है. ऐसे में किसानों को मुआवजा मिलना चाहिए. हिसार के कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. राजवीर सिंह ने बताया कि कृषि विभाग के उच्चाधिकारियों को नुकसान की रिपोर्ट बना कर भेजी है.
नुकसान की रिपोर्ट होगी तैयार: नारनौद बस, आदमपुर खंड की के नुकसान की रिपोर्ट मिली है. जिसमें गेहूं, सरसों की 25 प्रतिशत फसलों का नुकसान हुआ है. विस्तृत रिपोर्ट राजस्व विभाग द्वारा बनाई जाएगी. जिला उद्यान अधिकारी कुलदीप श्योराण ने बताया कि जिले में 550 एकड़ में आलू गोभी, गाजर, टमाटर, मिर्च गाजर, की बुवाई का ऐरिया है. ओलावृष्टि के नुकसान का आंकलन आना बाकी है. रिपोर्ट तैयार की जा रही है.
ये भी पढ़ें: हरियाणा में शहीद के परिवार को 1 करोड़ रुपए मिलेंगे, बारिश-ओलावृष्टि से किसानों के नुकसान की भरपाई भी सरकार करेगी
ये भी पढ़ें: हरियाणावालों सावधान! हो जाइए तैयार... झमाझम बारिश के बाद अब होगी जबरदस्त ठंड की धांकड़ एंट्री