सोनीपत: किसानों के लिए अच्छी खबर ये है कि इस बार गेहूं की फसल में पीला रतुआ बीमारी का कोई भी केस सामने नहीं आया है. हालांकि, तापमान में सुबह ठंड रहती है और दिन में गर्मी बढ़ जाती है. इसमें पीला रतुआ होने की बीमारी के चांस बढ़ जाते हैं, लेकिन इससे निपटने के लिए गोहाना उपमंडल में कृषि विभाग द्वारा ब्लॉक स्तर पर चार टीमों का गठन कर दिया है.
कृषि विभाग द्वारा किसानों से अपील की गई है कि गेहूं में पीला रतुआ नाम की बीमारी आए तो तुरंत अधिकारी या टीम को जानकारी देने का काम करें. कृषि अधिकारी डॉ. राजेंद्र मेहरा ने बताया इन दिनों में ज्यादा कोहरा पड़ने से पीला रतुआ नाम की बीमारी आ सकती है.
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पिछले टाइम गोहाना क्षेत्र के बहुत ज्यादा एरिया में पीला रतुआ बीमारी आई थी. मीडिया के माध्यम से हम किसानों को जागरूक करना चाहेंगे. गेहूं के खेत में पीला हल्दी नुमा पाउडर गेहूं पर लगा हो तो तुरंत कृषि विभाग को इस बात की जानकारी दें.
गोहाना उपमंडल क्षेत्र में पीला रतुआ बीमारी के लिए एडीओ के नेतृत्व में अलग-अलग चार टीमें गठित की गई हैं. वो मौके पर जाकर दवाई से पीला रतुआ नाम की बीमारी का समाधान करेंगे. पीला रतुआ गेहूं की फसल के लिए खतरनाक होती है. वो गेहूं की फसल में दाना नहीं बनने देती.
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