सोनीपत: तीन कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली से लगती सीमाओं पर किसानों (Farmers Protest Agriculture law) का धरना जारी है. किसानों ने सिंघु बॉर्डर, कुंडली बॉर्डर पर डेरा डाला हुआ है. जिसकी वजह से दिल्ली जाने वाले बंद हैं. इसी के खिलाफ स्थानीय निवासियों ने आवाज उठाना शुरू कर दिया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि दिल्ली बॉर्डर बंद होने उन्हें आने-जाने में काफी परेशानी होती है. इसलिए इन रास्तों को खोला (Demand Open Delhi Border Road) जाए.
इसी मांग को लेकर ग्रामीण राजीव गांधी एजुकेशन सिटी सोनीपत में इकट्ठा हुए और पैदल मार्च (Villagers Foot March Sonipat) किया. वहीं दूसरी तरफ सैकड़ों की संख्या में किसान और किसान नेता केएमपी पुल के नीचे इकट्ठा हुए. किसानों ने कहा कि रास्ता खुलवाने लोग ग्रामीण नहीं बल्कि बीजेपी और आरएसएस के एजेंट हैं. किसानों ने कहा कि आस-पास के ग्रामीण उन्हें समर्थन दे रहे हैं, लेकिन सरकार के एजेंट भ्रम फैला रहे हैं.
किसान नेताओं ने कहा कि पुलिस प्रशासन ने उनको भरोसा दिलाया है कि कोई भी ग्रामीण आंदोलन स्थल तक नहीं पहुंचेगा. किसानों ने कहा कि अगर यहां ग्रामीण पहुंच भी गए तो हम उन्हें शांति से समझाकर वापस भेज देंगे. वहीं राजीव गांधी एजुकेशन सिटी सोनीपत में इकट्ठा हुए ग्रामीणों से पुलिस की बातचीत जारी है. ग्रामीणों को किसान आंदोलन स्थल तक जाने से रोकने के लिए बेरिकेड्स लगा हैं. दो-दो डीएसपी स्थानीय लोगों से बातचीत कर रहे हैं. पुलिस ने ग्रमीणों के पैदल मार्च को समझाकर स्थगित करवा दिया.