सोनीपतः देश में फैली कोरोना महामारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग से लेकर सफाई कर्मचारी इस वायरस को हराने में जुटे हुए हैं. इसी बीच हरियाणा पुलिस के जवाब दिन रात ड्यूटी निभा रहे हैं. एक तरफ जहां सभी लोग कोरोना से बचने के लिए अपने घरों में बंद है तो वहीं दूसरी ओर ये पुलिस के जवान देश सेवा में जुटे हुए हैं. ईटीवी भारत की टीम ने सोनीपत की सुरक्षा कर रहे महायोद्धाओं पुलिसकर्मियों से बातचीत की है.
दिन-रात दे रहे हैं पहरा
कोरोना को मात देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में हरियाणा पुलिस के जवान दिन-रात अपना काम ईमानदारी से निभा रहे हैं. सोनीपत में जगह-जगह नाकों पर तैनात पुलिसकर्मी अपनी सभी मुश्किलों को भुलाकर लोगों की सेवा में जुटे हैं. नाकों पर तैनात कई पुलिसकर्मी तो ऐसे हैं जो पिछले तीन सप्ताह से घर ही नहीं गए, तो कई ऐसे हैं जो घर तो जाते हैं लेकिन बच्चों से मिल भी नहीं पाते.
'देश सेवा सर्वोपरि'
सोनीपत में लॉकडाउन का उल्लंघन ना हो और लोग घरों से बाहर ना निकले इसको लेकर हवलदार सुरेश काफी अलर्ट हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में हवलदार सुरेश का कहना है कि देश सेवा सर्वोपरि है. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के कारण उनकी ड्यूटी टाइम भी बढ़ गया है. ऐसे में जब वो घर जाते हैं तो पूरी सावधानी बरतनी पड़ती है और बच्चों से अलग ही रहना पड़ता है.
'संकट की घड़ी में देश के साथ हैं'
नाके पर तैनात पुलिसकर्मी मोहित ने बताया कि वो लॉकडाउन के बाद से घर ही नहीं गए. उन्होंने कहा कि इस महामारी से निपटने के लिए हमे काम करना ही होगा. इसके लिए घर जाने का समय ही नहीं मिलता. कर्मवीर मोहित का कहना है कि आज देश पर जो संकट आया है. इसी दौरान देश सेवा का जो मौका मिला है उसे हम बखूबी निभाएंगे और इस जंग को जरुर जीतेंगे.
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'खुद को बार-बार करता हूं सैनिटाइज'
ट्रैफिककर्मी अनिल का कहना है कि जब भी वो घर जाते हैं तो पहले बच्चों और परिवार से दूरी बनाए रखते हैं. घर जाते ही सबसे पहले नहाते हैं, साबुन से बार-बार हाथ धोते हैं और कपड़ों को भी गर्म पानी से धोते हैं. उन्होंने कहा कि इसके बावजूद भी वो बच्चों से दूर ही रहते हैं.
'परिवार से दूरी में ही भलाई'
सोनीपत के डीएसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि उनकी 4 साल की बेटी है. ऐसे में जब भी वो घर जाते हैं तो अपनी बेटी से दूर ही रहते हैं. उन्होंने बताया कि दिन भर ड्यूटी के दौरान ना जानें कितने लोगों से मुलाकात होती है. ऐसे में कभी-कभार जब भी घर जाते हैं तो परिवार से दूर ही रहने में खुदकी और परिवार की भलाई समझते हैं.
'20-25 दिनों से नहीं गया घर'
सोनीपत के क्राइम इन्वेस्टिगेशन इंचार्ज विवेक मलिक तो पिछले 24-25 दिनों से अपने घर ही नहीं गए. विवेक मलिक कहते हैं पहले देश सेवा उसके बाद घर परिवार. उन्होंने कहा कि देश है तो परिवार है. ऐसे में इस महामारी के बीच जो देश सेवा का मौका मिला है उसे नहीं गंवा सकते.
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