सोनीपत: जिले की तीन कॉलोनी और गुमड़ गांव में जहरीली शराब से हो रही मौतों में लगातार इजाफा हो रहा है. अभी तक 35 लोग इस जहरीली शराब से अपनी जान गंवा चुके हैं और कई अभी जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं. ईटीवी भारत लगातार इस मुद्दे को प्रमुखता से उठा रहा है. जिसके चलते सीआईए वन की टीम अवैध शराब के कारोबारियों पर शिकंजा कस रही है.
शुक्रवार को सीआईए वन ने गांव नैना तातारपुर गांव में जहरीली शराब बनाने वाले मुख्य सरगना अजीत व उसके साथी विक्की को पकड़ लिया है. जबकि उसके साथ अन्य चार आरोपियों को भी पकड़ा है. जोकि इस पूरे मामले में अवैध शराब का कारोबार करते थे.
अपने-अपने जोन बांट रखे थे आरोपी
गांव नैना तातारपुर में अवैध शराब बनाने का मुख्य सरगना अजीत व उसका साथी विक्की अब सीआईए वन के कब्जे में हैं. इसी के दो साथी नरेश और मंदीप अभी भी फरार हैं. ये चारों मिलकर जहरीली शराब बनाते थे और सप्लाई करते थे. इन चारों ने आपने-आपने जोन बांट रखें थे. गांव गुमड में जो शराब सप्लाई की गई थीं वो अजीत ने की थी.
20 आरोपियों को पुलिस कर चुकी है गिरफ्तार
वहीं इस पूरे मामले में हरियाणा सरकार ने भी संज्ञान लेते हुए जहरीली शराब पीकर मरने वाले मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान कर दिया है. वहीं सोनीपत पुलिस के अनुसार इस पूरे मामले में 20 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं और 20 आरोपियों को गिरफ्तार भी सोनीपत की सीआईए कर चुकी है.
इस मामले में डीएसपी सिटी डॉ. रविंदर ने बताया कि पुलिस इस मामले में लगातार कार्रवाई कर रही है. अभी तक हमारे पास केवल 9 लोगों की मौत की सूचना है. जबकि अन्य 26 लोगों के परिवार वालों से हम बात कर रहे हैं. अभी तक केवल 2 लोगों ने ही एफआईआर दर्ज करवाई है. जबकि अन्य एफआईआर पुलिस ने खुद ही की है.
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डीएसपी रविंदर ने कहा कि इस मामले में सोनीपत पुलिस किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरतेगी. पुलिस लगातार शराब कारोबारियों पर नकेल कस रही है. आज पुलिस ने अजीत, विक्की और साहिल राठी समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उससे पहले भी कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.