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सोनीपत शराब घोटाले में अब SIT खंगालेगी शराब का पुराना रिकॉर्ड

सोनीपत शराब घोटाले को लेकर एसआईटी ने अपनी जांच अब तेज कर दी है. शुरुआती कार्रवाई में खरखौदा थाना प्रभारी को सस्पेंड भी कर दिया गया है. अब एसआईची शराब रिकॉर्ड की जाएगी.

SIT will investigate old liquor records in Sonipat liquor scam
SIT will investigate old liquor records in Sonipat liquor scam
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Published : May 19, 2020, 10:29 PM IST

Updated : May 20, 2020, 10:05 AM IST

सोनीपत: लॉकडाउन में हुआ ख़रखौदा का शराब कांड जहां देश प्रदेश में हरियाणा पुलिस की छवि को धूमिल कर रहा है. वहीं पुलिस कर्मियों पर लगातार गिरती गाज से शराब माफिया और खाकी के पुराने रिश्ते भी उजागर हो रहे हैं. शराब घोटाले के मामले में खरखौदा थाना प्रभारी संदीप सिंह जिन्होंने एक सप्ताह खरखौदा थाने में अपनी सेवा दी थी उनको भी सस्पेंड कर दिया गया है.

आईएएस अधिकारी टीसी गुप्ता की देखरेख में एसआईटी की पहली बैठक चंडीगढ में हो चुकी है. जहां शराब माफिया भूपेन्द्र दहिया को रिमांड अवधि समाप्त होने पर कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत पानीपत में भेज दिया गया. वहीं सभी डीईटीसी ने एसआईटी को अपना रिकॉर्ड सौंप दिया है.

SIT करेगी शराब रिकॉर्ड की जांच

एसआईटी द्वारा 1 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 तक शराब रिकॉर्ड की जांच की जाएगी. इसके लिए आबकारी एवं कराधान विभाग से 1 साल का रिकॉर्ड मांग लिया गया है. गठित एसआईटी द्वारा ये रिकॉर्ड पुलिस विभाग से भी मांगा गया है.

एसआईटी ने पुलिस विभाग से 1 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 तक पकड़ी गई शराब, माल खाने में रखी गई शराब और नष्ट की गई शराब का ब्योरा तलब किया है. इससे फिजिकल वेरिफिकेशन पर सिरे से काम किया जा सकेगा.

क्या शराब रिकॉर्ड की जांच से होगी स्थिति स्पष्ट ?

पुलिस विभाग द्वारा पकड़ी गई शराब, मालखाने में रखी गई शराब व नष्ट की गई शराब का रिकॉर्ड दिए जाने पर जांच में तेजी आएगी और इसकी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. खरखौदा के माल गोदाम में पहुंचे प्रशासन व पुलिस के दिग्गजों ने जिस तरह से जांच शुरू की है, उस तरह से जल्द हालात स्पष्ट हो जाएंगे.

जल्द हो सकती है जांच पूरी

जांच में जुटे प्रशासनिक अधिकारी एवं एसआईटी प्रमुख गुप्ता के अलावा एसपी रोहतक, एसपी सोनीपत और अन्य प्रसाशनिक अमला व पुलिस विभाग जिस तरह से काम कर रहे हैं. उस तरह से जांच की रिपोर्ट जल्द सरकार को सौंप दी जाएगी और दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा.

क्या है शराब घोटाला?

सोनीपत के खरखौदा में एक गोदाम से लॉकडाउन के दौरान लाखों रुपये की शराब गायब हुई थी. इस गोदाम में करीब 14 मामलों में पुलिस द्वारा जब्त की गई शराब रखी गई थी, लेकिन मुकदमों के तहत सील करके रखी गई शराब में से 5500 पेटियां लॉकडाउन के दौरान ही गायब हो गईं.

इस गोदाम में पुलिस ने सीज की हुई शराब भी रखी थी. गोदाम भूपेंद्र ठेकेदार का है. ठेकेदार भूपेंद्र खरखौदा थाने में सरेंडर कर चुका है. जिसे कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जा चुका है.

सोनीपत: लॉकडाउन में हुआ ख़रखौदा का शराब कांड जहां देश प्रदेश में हरियाणा पुलिस की छवि को धूमिल कर रहा है. वहीं पुलिस कर्मियों पर लगातार गिरती गाज से शराब माफिया और खाकी के पुराने रिश्ते भी उजागर हो रहे हैं. शराब घोटाले के मामले में खरखौदा थाना प्रभारी संदीप सिंह जिन्होंने एक सप्ताह खरखौदा थाने में अपनी सेवा दी थी उनको भी सस्पेंड कर दिया गया है.

आईएएस अधिकारी टीसी गुप्ता की देखरेख में एसआईटी की पहली बैठक चंडीगढ में हो चुकी है. जहां शराब माफिया भूपेन्द्र दहिया को रिमांड अवधि समाप्त होने पर कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत पानीपत में भेज दिया गया. वहीं सभी डीईटीसी ने एसआईटी को अपना रिकॉर्ड सौंप दिया है.

SIT करेगी शराब रिकॉर्ड की जांच

एसआईटी द्वारा 1 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 तक शराब रिकॉर्ड की जांच की जाएगी. इसके लिए आबकारी एवं कराधान विभाग से 1 साल का रिकॉर्ड मांग लिया गया है. गठित एसआईटी द्वारा ये रिकॉर्ड पुलिस विभाग से भी मांगा गया है.

एसआईटी ने पुलिस विभाग से 1 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 तक पकड़ी गई शराब, माल खाने में रखी गई शराब और नष्ट की गई शराब का ब्योरा तलब किया है. इससे फिजिकल वेरिफिकेशन पर सिरे से काम किया जा सकेगा.

क्या शराब रिकॉर्ड की जांच से होगी स्थिति स्पष्ट ?

पुलिस विभाग द्वारा पकड़ी गई शराब, मालखाने में रखी गई शराब व नष्ट की गई शराब का रिकॉर्ड दिए जाने पर जांच में तेजी आएगी और इसकी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. खरखौदा के माल गोदाम में पहुंचे प्रशासन व पुलिस के दिग्गजों ने जिस तरह से जांच शुरू की है, उस तरह से जल्द हालात स्पष्ट हो जाएंगे.

जल्द हो सकती है जांच पूरी

जांच में जुटे प्रशासनिक अधिकारी एवं एसआईटी प्रमुख गुप्ता के अलावा एसपी रोहतक, एसपी सोनीपत और अन्य प्रसाशनिक अमला व पुलिस विभाग जिस तरह से काम कर रहे हैं. उस तरह से जांच की रिपोर्ट जल्द सरकार को सौंप दी जाएगी और दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा.

क्या है शराब घोटाला?

सोनीपत के खरखौदा में एक गोदाम से लॉकडाउन के दौरान लाखों रुपये की शराब गायब हुई थी. इस गोदाम में करीब 14 मामलों में पुलिस द्वारा जब्त की गई शराब रखी गई थी, लेकिन मुकदमों के तहत सील करके रखी गई शराब में से 5500 पेटियां लॉकडाउन के दौरान ही गायब हो गईं.

इस गोदाम में पुलिस ने सीज की हुई शराब भी रखी थी. गोदाम भूपेंद्र ठेकेदार का है. ठेकेदार भूपेंद्र खरखौदा थाने में सरेंडर कर चुका है. जिसे कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जा चुका है.

Last Updated : May 20, 2020, 10:05 AM IST
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