करनाल: अपनी विकसित सोच से करनाल का नाम ऊंचा कर चुकीं करनाल की दो बेटियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रुबरू हुईं. आज से 10 साल पहले उन्होंने बेटियों को बचाने की अपील के साथ पीएम को पत्र लिखा था. इनमें से एक आस्ट्रेलिया में एक दिन की सांसद बन चुकी हैं. करनाल की बैनर्जी सिस्टर्स संजोली बैनर्जी और अनन्या बैनर्जी नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित 'विकसित भारत यूथ डायलॉग 2025' में भाग लेकर आज करनाल लौटी हैं.
युवा मंत्रालय से मिला निमंत्रण : दोनों बहनों संजोली और अनन्या बैनर्जी को युवा मंत्रालय से निमंत्रण मिला था, जिसमें उन्हें देश से भाग लेने वाले युवाओं का मार्गदर्शन करना था. दोनों बहने करनाल स्थित 'सारथी' नामक संस्था चलाती हैं, जिसके द्वारा वे मानसिक स्वास्थ्य, शिक्षा, मासिक धर्म और महिला सशक्तिकरण जैसे मुद्दों पर जागरूकता फैलाने का काम करती हैं. इस दौरान वे भारत के सात से ज्यादा राज्यों और 1.5 लाख से ज्यादा लोगों तक पहुंच चुकी हैं. इस अवसर पर उन्हें प्रधानमंत्री मोदी से रूबरू होने के साथ आनंद महिंद्रा, सुपर 30 के आनंद कुमार, वाइचिंग भूटिया जैसे गणमान्य व्यक्तियों के साथ मंच साझा करने का अवसर भी मिला.
कई देशों में कर चुकीं संबोधित : गौरतलब है कि आज से दस साल पहले करनाल की बैनर्जी सिस्टर्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बेटियों को गर्भ में बचाने के लिए पत्र लिखा था. इस पत्र के बाद उन्होंने हरियाणा में 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' यात्रा निकाली. इससे पहले उन्हें ग्रेट बिटेन, यूएनओ, आस्ट्रेलिया और जर्मनी में अपनी बात कहने का अवसर मिला. उन्हें आजाद भारत की टॉप 50 महिलाओं की सूची में शामिल किया गया है. साथ ही एक सिस्टर को आस्ट्रेलिया में एक दिन की सांसद बनने का अवसर मिला.
16 साल से अधिक उम्र के रेपिस्ट को बालिग माना जाए : इस दौरान संजोली बैनर्जी ने कहा कि बेटियों को भी बेटों के समान समझा जाये, क्योंकि वह भी परिवार का नाम रोशन कर सकती हैं. उन्होंने कहा कि बेटियों को सुरक्षा दी जाए. रेप के मुजरिमों को फांसी का प्रावधान हो. 16 साल से अधिक उम्र के रेपिस्ट को बालिग मानकर उसे सजा दी जाए.
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